भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सत्तापक्ष के जनपद स्तरीय वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अमर्यादित किया था टिप्पणी आजमगढ। जिले में यातायात के एक दरोगा द्वारा वाहनों के चालान करते समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सत्तापक्ष के जनपद स्तरीय वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी किए जाने का वीडियों बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया। एसपी के आदेश के एएसपी ट्रैफिक ने जांच में दोषी पाए गए आरोपित गालीबाज दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही उन्होंने उक्त दरोगा से चालान काटने का अधिकार भी छीन लिया। बतातें चलें कि करीब एक सप्ताह पूर्व सिधारी थाना क्षेत्र के बेलइसा ओवरब्रिज (रेलवे स्टेशन मोड़) पर तैनात एक दरोगा के बोल बिगड़ गए। जिसमें वाहन चेकिंग के दौरान दरोगा व कार चालक के बीच किसी बात को लेकर तू-तू, मैं-मैं हो गई। कहा सुनी के बीच दरोगा साहब तैश में आ जा रहे हैं और वे अपशब्दों का प्रयोग करने लग रहे हैं। जिसमें दरोगा साहब बोल रहे हैं कि क्या उखाड़ लेंगे प्रदेश अध्यक्ष? इतना ही नहीं सत्तारूढ दल के एक वरिष्ठ नेता का भी नाम लेकर आपत्तिजक शब्द बोल रहे हैं। जिसका वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया। इसके बाद उस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद सत्तापक्ष के नेताओं में रोष व्याप्त हो गया था और उन्होंने एसपी से वार्ता कर कार्रवाई की मांग की थी। एसपी अनुराग आर्य ने इस मामले को गंभीरता से लिया था। एसपी के आदेश पर एएसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने इस प्रकरण की जांच सीओ सिटी को दूसरे दिन ही सौंप दी थी। सीओ सिटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर एएसपी ट्रैफिक संजय कुमार ने दोषी पाए गए उक्त दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही उन्होंने उक्त दरोगा से चालान काटने का अधिकार भी छीन लिया। एएसपी ट्रैफिक संजय कुमार का कहना है कि अभद्रता करने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद आरोपी दरोगा की आईडी को बंद कर उससे चालान काटने का अधिकार छीन लिया गया है और आफिस में अटैच कर दिया गया है।