जानिए गृह क्षेत्र से बाहर जाकर जीत हासिल करने वाली महिला सभासद के बारे में
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव जब आरक्षण के मुद्दे को लेकर अधर में लटका हुआ था उस समय एक प्रत्याशी व महिला सभासद ऐसी भी थी जो इसकी परवाह किये बिना अपने चुनाव लड़ने के हौसले को कायम रखा। आरक्षण तय हुआ लेकिन जिस क्षेत्र से वह सभासद थीं वह पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गयी। सिविल लाईन क्षेत्र की सुरक्षित सीट होने पर चुनाव मैदान में उतरीं और पुनः जीत का सेहरा अपने सिर बांधा। यह कहना कहीं से भी गलत नहीं होगा कि जहां उनका कदम पड़ा, उनको वहां जीत हासिल हुई।
Santosh Sonkar |