काफी देर तक बाहर खड़े रहे नवनिर्वाचित मेयर वाराणसी। शहर की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शुक्रवार को अव्यवस्था भी रही। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के मुख्य द्वार से सभागार तक जाने में मेयर अशोक कुमार तिवारी के साथ ही राज्य सरकार के मंत्री व विधायकों को पसीने छूट गए। आपाधापी व भीड़ की वजह से कन्वेंशन सेंटर का मुख्य द्वार तक टूट गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सख्ती करनी पड़ी है। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में 1200 लोगों के बैठने की क्षमता है, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में करीब तीन हजार लोगों की भीड़ आ गई। पार्षद अपने साथ समर्थक भी लेकर आ गए। इससे अव्यवस्था हो गई। जिला प्रशासन ने कन्वेंशन सेंटर के बाहर कुर्सियां लगवाई थीं। प्रोजेक्टर के जरिये शपथ ग्रहण समारोह का सजीव प्रसारण भी किया जा रहा था, लेकिन कोई बाहर बैठने को तैयार नहीं था। सब अंदर जाकर ही समारोह का साक्षी बनना चाह रहे थे। नतीजा रहा कि रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में पैर रखने की जगह नहीं बची। इससे परेशान पुलिस कर्मियों ने मुख्य द्वार ही बंद कर दिया। इस कारण तमाम समर्थक अंदर प्रवेश नहीं कर सके। तमाम नाराज होकर लौट भी गए। मंच से बार-बार रास्ता खाली रखने की घोषणा हो रही थी, लेकिन इसका असर नहीं पड़ रहा था। पूरे कार्यक्रम के दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा। पीछे बैठने वाले लोग बुलाने वालों को कोसते दिखे। रुद्राक्ष परिसर में बनी अंडरग्राउंड पार्किंग के बावजूद अधिकारियों और नेताओं की गाड़ियां परिसर में बाहर ही खड़ी रहीं। भीड़ के बीच मेयर अशोक कुमार तिवारी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे तो पुलिस कर्मी उन्हें पहचान नहीं सके। मेयर भीड़ के बीच काफी देर तक खड़े रहे और पुलिस कर्मियों ने गेट बंद रखा। जब पता चला कि मेयर आए हैं तो गेट का कुछ हिस्सा खोलकर मेयर को प्रवेश दिलाया। इस बीच मेयर के साथ भीड़ भी अंदर जाने लगी। इससे गेट क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस कर्मियों व भीड़ के साथ आए कुछ लोगों में धक्का-मुक्की भी हुई है। शाम चार बजे बारिश शुरू हुई, जो शाम 5ः10 तक बंद हो सकी। इस कारण तमाम पुलिसकर्मी, आगंतुक व समर्थक भीग गए। नगर निगम कार्यालय की तरफ जाने वाली सड़कों से आवागमन रोक दिया गया। इससे राहगीरों को दिक्कत हुई है। सिर्फ पैदल ही लोग आ-जा रहे थे। लोगों को लंबा रास्ता तय करके निश्चित स्थान तक पहुंचना पड़ा है।