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बलिया। रेलवे स्टेशन रोड स्थित प्रताप होटल पर सोमवार को एसपी के निर्देश पर मनियर पुलिस ने छापामारा। होटल के विभिन्न कमरों से सात जोड़े पकड़े गए। हालांकि पुलिस ने सभी के व्यस्क होने पर कागजी कार्रवाई के बाद छोड़ दिया। इसमें कई युवक और युवतियां मऊ व देवरिया जिले की थीं। मौके पर भारी भीड़ जुट गई। एसडीएम सीमा पांडेय व क्षेत्राधिकारी फहीम कुरैशी ने होटल के रिकार्ड खंगाले। जांच पड़ताल के बाद होटल को सील कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि होटल बिना लाइसेंस व मानक के विपरीत संचालित किया जा रहा था। होटल प्रताप चार वर्षों से संचालित हो रहा है। तीन मंजिला भवन के भूतल पर एक रेस्टोरेंट संचालित होता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां एक से दो घंटे के लिए 12 सौ रुपये में एक कमरा बुक होता है। उसके बाद दूसरे ग्राहक को बुक कर दिया जाता था। कुछ अधिक पैसा लेकर स्टाफ बिना पहचान पत्र के भी कमरा उपलब्ध करा देते थे। बिना लाइसेंस के संचालित इस होटल में फायर विभाग से एनओसी तक नहीं है।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने शिकायत पर स्थानीय पुलिस को न बताकर मनियर थाना प्रभारी को छापा मारने का निर्देश दिया। थाना प्रभारी प्रवीण सिंह ने दलबल के साथ दोपहर में छापामारा। प्रवीण सिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने होटल के सभी कमरों की बारी-बारी से तलाशी ली। इस दौरान सात जोड़े पकड़े गए। पुलिस को देख खुद को छोड़ने की गुहार करने लगे। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कागजी कार्रवाई के बाद सभी को छोड़ दिया गया। उसके बाद उभांव थाने को सूचना दी गई।
जिले में सिर्फ दो होटल पार्क इन, होटल बलियांस व सिहांसन मैरेज हाल का पंजीकरण है। आरती व महादेव होटल के लिए फायर ब्रिगेड से एनओसी प्रकिया अंतिम दौर में है। अन्य सभी होटल मानक के विपरीत ही संचालित हो रहे हैं। जिला प्रशासन सब कुछ जानने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करता। सिटी मजिस्ट्रेट को सराय एक्ट के तहत होटल व लाज पर कार्रवाई का अधिकार है लेकिन वे भी पहल नहीं करते हैं।