भूमि विवाद के बाद विवाहिता के फांसी लगाने के मामले में साजिश का आरोप
आजमगढ़। मुबारकपुर थाना क्षेत्र के भटौरा गांव स्थित शीशम के पेड़ पर गुरुवार की शाम विवाहिता का लटकता शव मिलने के मामले में पुलिस ने मुबारकपुर चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार सिंह और राजस्व निरीक्षक विनय कुमार सिंह सहित छः लोगों पर साजिश का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
भटौरा निवासी प्रभु सोनकर व सर्वजीत गौड़ के बीच भूमि विवाद चल रहा है। एसडीम के आदेश पर चौकी प्रभारी के साथ राजस्व निरीक्षक विनय सिंह ने पुलिस की मौजूदगी में विवादित भूमि की पैमाइश की। प्रभु सोनकर के विपक्षी निर्माण कार्य कराने का प्रयास करने लगे। इसका विरोध प्रभु के परिवार वालों ने किया, जिस पर पुलिस लाठी भांजकर खदेड़ दिया। स्वजन जैसे-तैसे भागने में सफल हो गए। घर के अंदर पड़ी प्रभु सोनकर की विवाहिता बेटी संगीता भी भाग निकली, वह घर से कुछ दूरी पर स्थित एक बाग की तरफ भागी। इधर, विपक्षी जमीन पर कब्जा करने में जुट गए। इसी बीच सूचना मिली कि सुनसान स्थान पर स्थित शीशम के पेड़ पर दुपट्टा के सहारे संगीता का शव पेड़ से लटक रहा है। पुलिस शव को कब्जे में लेने का प्रयास करने लगी तो स्वजन समेत ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
ग्रामीणों ने शव को मुबारकपुर-सठियांव मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। एसपी सिटी शैलेंद्र लाल, सीओ गोपाल स्वरुप बाजपेयी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया तो शव पोस्टमार्टम के लिए लिए भेजा गया। मुबारकपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मृतका के भाई संदीप सोनकर की तहरीर पर चौकी प्रभारी और राजस्व निरीक्षक समेत छः पर मुकदमा दर्ज कर कर लिया गया है। भटौरा गांव के प्रभु सोनकर ने पुलिस पर मिली भगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मुबारकपुर चौकी इंचार्ज विवाद में विपक्षियों का साथ देते थे। चौकी पर जाने पर हमें खदेड़ देते थे। मौके पर उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। दरअसल, संगीता की मौत आत्महत्या व हत्या के बीच उलझी हुई है। इसको लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसका शव शीशम के पेड़ पर 16-18 फीट की ऊंचाई पर दुपट्टे से लटका हुआ था। ऐसे में वह उतना ऊपर जाकर फांसी कैसे लगा सकती है। आखिर इतना खौफनाक कदम उसने क्यों उठाया। उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदे से गला कसने से मौत का कारण बताया गया है। बहरहाल, इन सवालों का जवाब पुलिस को तलाशना होगा।