मरम्मत में जुटे कार्यदाई संस्था के कर्मी, आवागमन बाधित
आजमगढ़। सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता की पोल आखिरकार बारिश ने खोल ही दी। जनपद में लगातार हो रही बारिश से उकरौड़ा के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सड़क धंसने उसमें बड़ा गड्ढा बन गया, जिसके चलते आवागमन बाधित हो गया। जानकारी मिलने पर कार्यदायी संस्था के कर्मचारी उक्त गड्ढे की मरम्मत करने में जुट गये।
बता दें कि लखनऊ से चलकर गाजीपुर तक जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों की रफ्तार पर उस समय ब्रेक लग गया, जब भारी बारिश के चलते सदर तहसील क्षेत्र के उकरौड़ा गांव के पास एक्सप्रेस वे के दक्षिणी हिस्से में काफी बड़ा गड्ढा हो गया। जिसके कारण पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के एक तरफ से आवागमन बाधित हो गया। सूचना मिलते ही कार्यदाई संस्था यूपीडा कर्मी मौके पर पहुंचे और धंसे स्थान की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया। इस दौरान एक्सप्रेस वे की एक लाइन से ही दोनों गाड़ियों का आवागमन हो रहा है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में एक 340.8 किमी लंबा 6-लेन का (प्रत्येक दिशा में 3-लेन) एक्सप्रेसवे है जिसे आठ लेन तक बढाये जा सकने लायक बनाया गया है। यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। एक्सप्रेसवे पूर्व में गाजीपुर शहर से राज्य की राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज (चांद सराय) गाँव को, (आजमगढ़ और अयोध्या के माध्यम) से जोड़ता है। इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 22,494 करोड़ की लागत जिसमें भूमि अधिग्रहण का मूल्य भी शामिल है से विकसित किया गया है। सुल्तानपुर में कुरेभार नामक स्थान पर इस एक्सप्रेसवे पर 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी भी है। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर के बीच 9 जिलों लखनऊ से शुरु होकर बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर तक जाती है। एक्सप्रेसवे को वाराणसी-गोरखपुर राजमार्ग के साथ एक अलग लिंक सड़क के माध्यम से जोड़ा जाना है। इसका निर्माण कार्य अक्टूबर 2018 में यूपीडा के द्वारा इसके भूमि अधिग्रहण के समाप्ति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलान्यास किये जाने के बाद शुरु हुआ था और 19 नवंबर 2021 को नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन करने के बाद जनता को समर्पित हुआ। बाद में इस एक्सप्रेस वे को एक लिंकवे द्वारा आजमगढ़ में सलारपुर गांव के पास से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे द्वारा गोरखपुर के जैतपुर गाँव से और आजमगढ़-वाराणसी राजमार्ग से भी जोड़े जाने की प्रक्रिया चल रही है।