अवंतिकापुरी धाम जाने वाले कोटिला-मंगरावां मार्ग की दुर्दशा
पूरी सड़क पर दो से 3 फुट के गड्ढे, नहर जैसा रहता है नजारा
बजट पास होने के बावजूद जिम्मेदार सिर्फ दे रहे आश्वासन-प्रधान जाहिद खान
आजमगढ़। अवंतिकापुरी धाम जाने वाले कोटिला-मंगरावां मार्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। स्थिति देखकर यह अंदाजा लगाना कठिन हो जाता है कि सड़क बीच गड्ढा या गड्ढे बीच सड़क या गड्ढा मुक्त या गड्ढा युक्त। सड़क पर चलना खुद को जानबूझकर गड्ढे में गिरने को दावत देना के बराबर है। आलम यह है कि थोड़ी सी भी बरसात होने पर कोटिला से लेकर आवक जाने वाली पूरी सड़क पर दो से 3 फुट पानी लग जाता है। अगर बाइक सवार संभलकर किनारे से न चलें तो वह गड्ढे में गिरकर कीचड़ की चपेट में आ जाते हैं। दूर से देखने पर लगता है कि कोई नहर या नदी बह रही है, सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है रास्ता का तो कहीं अता-पता दिखाई ही नहीं देता।
बता दें कि यह मार्ग कोटिला से शुरू होकर आंवक, सिरसाल, खालिसपुर, विसहम, बनावा होते हुए मेहनगर को चला जाता है। कोटिला से मंगरावा की दूरी लगभग 7 किलोमीटर से अधिक है। गड्ढों से भरपूर इस मार्ग पर सबसे अधिक समस्या छात्र-छात्राओं, मरीजों, बुजुर्गों को हो रही है। साइकिल सवार या बाइक सवार दिन भर में सैकड़ों की संख्या में गिरते पड़ते नजर आते हैं।
आवंक के प्रधान जाहिद खान ने बताया कि इस संदर्भ में कई बार सांसद से लेकर विधायक तक को ज्ञापन दिया गया, लेकिन आज तक इस समस्या से निजात नहीं मिल सका। इस सड़क के सुंदरीकरण के लिए बजट भी पास हो गया लेकिन अधिकारियों के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है। जिम्मेदार सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं।
इस संदर्भ में जब आरएस के जेई देवेंद्र सिंह से वार्ता की गयी तो उन्होंने बताया कि इस सप्ताह में काम शुरू हो जाएगा, अभी मशीनें दूसरी जगह लगी हुई हैं।