आजमगढ़। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले दिनों वन विभाग के माध्यम से सारस पक्षी की गणना कराने के समय जिले में कार्यरत वन कर्मियों द्वारा ताल-तलैया की खाक छानी गई लेकिन सारस पक्षी के दर्शन भी नहीं मिले। इसके बाद वन विभाग द्वारा जनपद को सारस पक्षी विहीन होने की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई। तभी बुधवार को अचानक जिले की सगड़ी तहसील गांव कपसा में पहुंचे मेहमान परिंदे सारस को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह-सवेरे खेत में कुत्तों से घिरे सारस को बचाने के लिए कपसा गांव के सुनील दुबे टिल्लू ने काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। आफत में फंसी जान को बचाने वाले टिल्लू को देखते ही देखते विशालकाय सारस पक्षी ने देवदूत मान अपना दोस्त बना लिया। इतना ही नहीं यह मेहमान पक्षी घर की ओर रुख किए टिल्लू के पीछे पीछे चल दिया। यह खबर जैसे ही गांव वालों को पता चली की टिल्लू के दरवाजे पर गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई। क्षेत्र में इस विशालकाय पक्षी के पहुंचने की खबर फैली और तमाम क्षेत्रवासी इस अजूबे दृश्य को देखने के लिए कपसा गांव पहुंच गए। मेहमान परिंदा अपनी जान बचाने वाले सुनील के साथ चहल कदमी कर रहा है और उसके साथ सेल्फी खींचने वाले युवाओं की भीड़ लगी हुई है।
