चार वर्ष पूर्व का मामला, हत्या में प्रयुक्त कार और लोहे की राड बरामद
आजमगढ़। जिले के देवगांव कोतवाली पुलिस ने चार वर्ष पूर्व हुए अवधेश हत्याकांड के मुख्य गवाह की हत्या कर एक्सीडेंट का रूप देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त कार और लोहे की राड बरामद की है. पुलिस के मुताबिक, वर्ष 2019 में छप्पर उठाते समय मालपार निवासी अवधेश यादव की हत्या कर दी गई. इस संबंध में अवधेश की पत्नी ने चार आरोपियों कैलास, कमलेश, सतीश व अनिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मामले की विवेचना में कमलेश की नामजदगी गलत पाई गई लेकिन इसी बीच कमलेश ने मुकदमे में सुलह करने के लिए वादी पक्ष पर दबाव बनाने के लिए कैलाश को गोली मार दी. इसके बाद उसकी पत्नी से अवधेश हत्याकांड के गवाहों को फंसाने की कोशिश की. हालांकि जांच में मामला फर्जी पाया गया.
21 फरवरी 2023 को अवधेश हत्याकांड के मुख्य गवाह रामदुलार का आरोपियों ने अपहरण कर लिया और खानपुर के अठगावां में गवाह की हत्या कर उसे एक्सीडेंट का रूप दिया और मुकदमा भी दर्ज कराया. इसमें पीड़ित ने एडीजी से गाजीपुर जिले से केस को आजमगढ़ ट्रांसफर करने का प्रार्थन पत्र दिया. देवगांव पुलिस ने इस घटना में साक्ष्यों के आधार पर आशीष यादव उर्फ अनिल यादव व तहसीलदार यादव को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से लोहे की राड आदि बरामद की.
एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने बताया कि वर्ष 2019 में अवधेश यादव की हत्या हुई थी. इसी हत्याकांड में गवाहों को डराने धमकाने के उददेश्य से वर्ष 2019 में हत्याकांड के आरोपियों ने साजिश रचकर कैलाश नामक एक हत्यारोपी को गोली मारी और उसकी पत्नी से गवाहों को नामजद कर दिया था लेकिन जांच में मामला फर्जी पाया गया. इसके बाद हत्यारोपियों ने एक गवाह को अगवा किया और उसकी गाजीपुर जिले में हत्या कर उसे एक्सीडेंट का रूप दिया. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साक्ष्यों के आधार पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.