पद से हटाने की धमकी के साथ, 50 हजार रुपये रंगदारी भी मांगी आजमगढ़। देवगांव कोतवाल के मोबाइल पर 27 जून को एक कॉल आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह लोकभवन लखनऊ से बोल रहा है। कहा कि चोरी में नामजद लोगों को विवेचना में बरी कर दें, अन्यथा उन्हें अपदस्थ करा दिया जाएगा। चोरी की घटना की विवेचना के दौरान सामने आए छह लोगों का नाम निकलवाने के लिए एक बदमाश ने देवगांव कोतवाल को जान से मारने की धमकी दी। कोतवाल को अपदस्थ कराने की धमकी देते हुए 50 हजार रुपये रंगदारी भी मांगी। घटना 27 जून की है। कोतवाल ने मामले में रविवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाल गजानंद चौबे ने बताया कि थाने में गीता देवी ने दुकान में चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना में छह अभियुक्तों अजय यादव, विजय यादव, संजय यादव, दीपू यादव, नीरज यादव व लालू यादव का नाम प्रकाश में आया। 27 जून को उनके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह लोकभवन लखनऊ से बोल रहा है। कहा कि चोरी में नामजद लोगों को विवेचना में बरी कर दें, अन्यथा उन्हें अपदस्थ करा दिया जाएगा। उसने 50 हजार रुपये रंगदारी भी मांगी। जान से मारने की भी धमकी दी। इसके आधार पर कोतवाल ने मुकदमा दर्ज कराया। रविवार को पुलिस ने तीन आरोपियों लालू यादव, नीरज यादव व कृष्णमूरत तिवारी को बरडीहा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस ने 7100 रुपये, दो मोबाइल फोन, दो एटीएम कार्ड, एक पैनकार्ड बरामद किया। कृष्णमूरत के ही मोबाइल फोन से कोतवाल को धमकी दी गई थी।