फर्जी दस्तावेज बनाने और धोखाधड़ी से वरासत करने का आरोप आजमगढ़। सिविल जज अवर खंड हवेली के आदेश पर जीयनपुर कोतवाली में लेखपाल, पूर्व कानूनगो और पूर्व प्रधान सहित आठ लोगों पर फर्जी दस्तावेज बनाने और धोखाधड़ी से वरासत करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। न्यायालय के आदेश पर बृज माधुरी पुत्री राजदेव निवासिनी उदका चौको खुर्द ने तहरीर में आरोप लगाया कि उसके पिता राजदेव यादव विगत 15 से 20 वर्षों से गायब हैं। परिवार रजिस्टर में अभी तक उन्हीं का नाम चलता आ रहा है। उनके पास तीन पुत्रियां हैं। पिता के मृत्यु मामले को लेकर दीवानी न्यायालय में मुकदमा लंबित है। मेरे पिता को मृतक दिखाकर लेखपाल दिवाकर यादव और पूर्व कानूनगो वीरेंद्र मिश्रा एवम् आठ अन्य लोगों ने पिता की अचल संपत्ति को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर बेइला देवी निवासिनी उदका के नाम से 3 अक्तूबर 2018 को वरासत करा दिया। तहसील से लेकर थाना और पुलिस अधीक्षक तक गुहार लगाई गई। कहीं सुनवाई न होने पर न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराने के लिए वाद दाखिल किया। न्यायालय के आदेश पर शनिवार को दिवाकर यादव लेखपाल, वीरेंद्र मिश्रा कानूनगो, पूर्व प्रधान रामानंद यादव, शेषमणि प्रजापति, चंद्रदेव प्रजापति, शैलेंद्र, पुष्पा, कंचन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया।