निजी स्कूलों ने भेजा मैसेज, बढ़ी अभिभावकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें
रिपोर्ट : वेद प्रकाश सिंह 'लल्ला'
आजमगढ़। शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों से अभिभावकों के मोबाइल फोन पर भेजे गए मैसेज अलर्ट ने उनकी धुकधुकी बढ़ा दी है विद्यालयों के गेट पर चस्पा की गई नोटिस एवं सतर्कता के प्रति दी गई सलाह ने अभिभावकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी है। शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूलों से दो-तीन दिन पूर्व अज्ञात व्यक्तियों द्वारा एक छात्रा को उठाने की कोशिश की खबर इन दिनों सुर्खियों में है। मामले की जानकारी के बाद स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावक भी सतर्कता बरतने लगे हैं।
बताते हैं कि शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा दो-तीन दिन पूर्व विद्यालय की छुट्टी होने पर स्कूल से बाहर निकल कर एक दुकान पर कोई सामान लेने पहुंची थी। तभी वहां अचानक पहुंचे अज्ञात युवक ने उससे कहा कि तुम्हारे पिता जी ने हमें भेजा है, तुम्हें लेने के लिए जबकि वह आटोरिक्शा से स्कूल आती-जाती है। उसकी बात से हैरान छात्रा भागकर अपने वाहन के पास पहुंची और आटो चालक एवं सहपाठियों को जानकारी देने लगी। यह देख वह युवक मौके से खिसक लिया। यह बात जब स्कूल के शिक्षकों को हुई तो सभी हैरान रह गए। स्कूल प्रबंधन ने इस बात को संज्ञान में लेते हुए तत्काल इस मामले में सतर्कता बरतने के लिए अभिभावकों को एडवाइजरी जारी कर दी। इस बात की जानकारी जब शहर के अन्य स्कूलों को हुई तो उन्होंने भी अभिभावकों को सतर्कता से संबंधित नोटिस स्कूल गेट पर चस्पा करते हुए उन्हें भी मोबाइल मैसेज अलर्ट जारी कर दिया है। अचानक इस तरह की घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद अभिभावकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर एक विद्यालय से जुड़े राजीव सिंह ने बताया कि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है जो आज कल के माहौल को देखते हुए जरूरी भी है। बताते चलें कि नीजी स्कूलों से जारी की गई एडवाइजरी से जिले में एक बार फिर शुभांग रुंगटा कांड की चर्चा जोरों पर है। लगभग एक दशक पूर्व शहर के एक व्यवसायी परिवार के अबोध बच्चे शुभांग रुंगटा को उसके यहां काम करने वाले कर्मचारियों ने फिरौती वसूलने के लिए मासूम को स्कूल से अगवा कर उसकी हत्या कर दी थी। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस घटना से उस समय जिले में कई दिनों तक उबाल देखने को मिला था।