12 लोग गये थे एक साथ, परिजनों की अटकी सांस
आजमगढ़। अमरनाथ यात्रा पर गए मामा और भांजे पहलगाम में पुल टूट जाने के कारण फंसे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर उनके साथ गए 10 लोग टूटे पुल की दूसरी तरफ रुके हुए हैं, जो यात्रा पूरी कर लौटना चाहते हैं। इन सबके बीच इनके परिजन उनकी सकुशल वापसी को लेकर चिंतित हैं। नगर कोतवाली क्षेत्र के पराश टोला मुहल्ला निवासी विजय गुप्ता 38 अपने भांजे गाजीपुर जनपद के बहादुरगंज कस्बा निवासी विशाल गुप्ता 28 के साथ बिना यात्रा पूरी कर लौट रहे थे। अभी वह पहलगाम पहुंचे थे कि रास्ते में पड़ने वाला पुल पानी के तेज बहाव से टूट गया। इससे दोनों मामा और भांजे फंस गए। वहीं दूसरी तरफ उनके साथ गए जनपद के गुरुटोला मुहल्ला निवासी मनीष सोनकर 35, बिलरिया की चुंगी निवासी अनिल कुमार गुप्ता 43, सब्जी निवासी अंकित अग्रवाल 40, रोडवेज निवासी अंगद गोड़ 32, सिविल लाइन निवासी वीरू प्रजापति 36, बलरामपुर के राजन सोनकर 32 सहित कुल 10 लोग रुके हैं। वर्तमान में सभी लोग दोनों तरफ बने राहत कैंपों में रुके हुए हैं। विजय गुप्ता ने बताया कि हमारे साथ कुल 12 लोग गए थे। रजिस्ट्रेशन कराकर हम मामा और भांजा यात्रा पर निकल गए। बाकी लोग रजिस्ट्रेशन करा रहे थे। हम लोग काफी ऊपर तक पहुंच गए थे। तभी तेज तूफान आया। इसके कारण हम लोग तीन दिन तक कैंप में ही रहे। जब सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो हम लोग वापस होने लगे। जैसे ही हम लोग पहलगाम एक पुल के पास पहुंचे कि पानी के तेज बहाव से पुल टूट गया। हम दोनों वहीं फंस गए। हमारे अन्य साथी भी दूसरी तरफ पहुंच गए है। वह लोग एक तरफ राहत शिविर में है और हम लोग एक तरफ। जब तक पानी का बहाव कम नहीं होगा और रास्ता नहीं खुलेगा तब तक लौटना मुश्किल है। वहीं हमारे साथ गए अन्य साथी अभी भी यात्रा पूरी करने की जिद पर अड़े हैं।