भड़के हिंदू संगठन, 400 कार्यकर्ताओं ने घेरा दफ्तर
बरेली। बरेली के अलीगंज में ताजिया पर नई परंपरा डालने की शिकायत करने पहुंचे हिंदू संगठन के लोगों से सीओ दीपशिखा की तकरार हो गई। आरोप है कि सीओ ने कांवड़ियों की हरकतें आतंकियों जैसी बता दीं। आक्रोशित 400 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सीओ ऑफिस घेरकर तीन घंटे प्रदर्शन किया। वहीं हनुमान चालीसा का पाठ किया। सीओ के तबादले की मांग कर नारेबाजी की। फिर एसएसपी के नाम एसडीएम को ज्ञापन देकर शांत हुए।
शुक्रवार दोपहर विहिप, बजरंग दल, बजरंग सेना कार्यकर्ता एसडीएम गोविंद मौर्य के कार्यालय पहुंचे। उन्हें ज्ञापन सौंपकर कहा कि अलीगंज गांव में मोहर्रम का जुलूस पूर्व परंपरा के अनुसार ही निकाला जाए। कुछ खुराफाती तत्व जुलूस में नई परंपरा डालकर आपसी सद्भाव में खलल डालने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद कार्यकर्ता ज्ञापन लेकर सीओ दीपशिखा के कार्यालय पहुंचे।
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सीओ ने उन लोगों के लिए अशोभनीय व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कार्यालय से बाहर जाने के लिए कह दिया। आरोप है कि सीओ ने कांवड़ियों की हरकतें आतंकियों जैसी बता दीं। सीओ के व्यवहार से नाराज कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर ही दरी बिछाकर धरना प्रदर्शन करने लगे।
धरने की सूचना मिलते ही अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, भाजपा व आरएएस कार्यकर्ता भी पहुंच गए व सीओ का तत्काल ट्रांसफर करने की मांग करने लगे। धरने की सूचना पर पहुंचे एसडीएम गोविंद मौर्य ने समझाने का प्रयास किया व सीओ की ओर से खुद माफी भी मांगी, लेकिन कार्यकर्ता सीओ को तत्काल स्थानांतरित किए जाने व मौके पर एसएसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। दोपहर तीन बजे एसएसपी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम गोविंद मौर्य को सौंपा गया। सात दिनों की मोहलत देते हुए कार्यकर्ताओं ने धरने को समाप्त करने की घोषणा कर दी।
बजरंग दल नगर संयोजक आशीष पाठक, दुर्गेश सक्सेना, भाजपा जिला उपाध्यक्ष उषा सतीजा ने कहा कि सीओ का आम लोगों के प्रति व्यवहार काफी खराब है। वे पहले भी अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर चुकी हैं।
पुलिस अधिकारी होने से लोग उनके खिलाफ बोलने से डरते हैं। आरोप लगाया कि ज्ञापन देने के दौरान एक कार्यकर्ता का हाथ सीओ की टेबल पर रख जाने से वे भड़क गईं और दंगाई तक कह दिया। सीओ पर विपक्षी दल की मानसिकता से कार्य करने का भी आरोप लगाया।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सीओ से किसी बात पर कार्यकर्ता नाराज हो गए थे। इसका एक ज्ञापन मुझे भेजा गया है। मामले को दिखवा रहे हैं।