ग्राम सचिव को किया निलंबित, बिगड़ी तबीयत
महोबा। महोबा में सड़क पर गोवंश बैठा मिलने पर डीएम ने सख्ती दिखाते हुए सचिव को निलंबित कर दिया। निलंबन का आदेश देख सचिव सदमें में आ गए और बाइक सहित अचेत होकर गिर पड़े। जिन्हें गंभीर अवस्था मे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। सूचना मिलते ही विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी पहुंच गए।सचिव का इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा है।
दरअसल, यह मामला ब्लॉक चरखारी की ग्राम पंचायत करहराकलां से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि सड़क में गोवंश बैठे मिलने पर डीएम मनोज कुमार के आदेश पर ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। आदेश मिलने पर सचिव को सदमा लगा और वह बाइक समेत अचेत होकर गिर गए। सूचना पर विभागीय कर्मियों व परिजनों ने जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज चल रहा है।
बताया जाता है कि जनपद हमीरपुर के कस्बा राठ निवासी दीपक पुरवार ग्राम पंचायत करहराकलां में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात है। 14 जुलाई को उनका स्थानांतरण ब्लॉक कबरई के सिंघनपुर बघारी गांव कर दिया गया था लेकिन उन्होंने चार्ज नहीं छोड़ा था। बताया जाता है कि डीएम मनोज कुमार चरखारी की ओर जा रहे थे। तभी ग्राम पंचायत करहराकलां में सड़क किनारे अन्ना पशु भारी मात्रा में बैठे मिले।
अन्ना पशुओं को गोशाला में शिफ्ट किए जाने के आदेश का पालन न होने पर उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करने के आदेश दिए। शाम को निलंबन आदेश मिलते ही सचिव दीपक पुरवार की हालत बिगड़ गई। वह बाइक से विकास भवन जाने लगे। तभी अचानक सदमा लगने से वह बाइक समेत नीचे गिर गए।
घबराहट के साथ उल्टियां होने पर परिजन और विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए और सचिव को जिला अस्पताल पहुंचाया। सचिव की पत्नी अनुराधा पुरवार का कहना है कि उनके पति को सस्पेंड किया गया है। उनकी कोई गलती नहीं है। उनका स्थानांतरण भी उस ग्राम पंचायत से हो चुका है।
गोशाला का संचालन एनजीओ कर रही है। सड़क पर जानवर घूमने पर उनकी कोई गलती नहीं है। कार्रवाई किए जाने से पति की हालत बिगड़ी। एनजीओ की जिम्मेदारी में गौशाला का संचालन है मगर उनके पति पर कार्यवाही कर दी गई जिससे सदमा और घबराहट में उनकी तबियत बिगड़ गई है।
वहीं दूसरी तरफ मुख्य विकास अधिकारी चित्रसेन सिंह का कहना है कि ग्राम पंचायत में अन्ना गोवंश घूमते मिलने पर डीएम के आदेश पर सचिव को निलंबित किया गया है। स्थानांतरण होने के बाद दीपक पुरवार ने चार्ज नहीं छोड़ा था। इसलिए ये कार्यवाही हुई है।