लखनऊ। लखनऊ में मोहनलालगंज के मानखेड़ा में छापा डालने पर एसटीएफ टीम को कुचलने का प्रयास करने के आरोपी सपा नेता अरुण यादव और उसके साथी सौरभ यादव उर्फ निर्मल यादव की सम्पत्ति कुर्क की जाएगी। गैंगस्टर एक्ट के तहत इस कार्रवाई को करने का आदेश जेसीपी कानून व्यवस्था उपेन्द्र कुमार अग्रवाल की कोर्ट में दिया गया। अरुण यादव के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह जिला बदर भी किया जा चुका है। अरुण की नौ लाख रुपये और सौरभ की 59 हजार रुपये की सम्पत्ति कुर्क करने के लिए चिन्हित की गई है।
मानखेड़ा में पिछले साल 21 मई को अरुण यादव के हाते में टैंकरों से तेल और एथेनॉल चोरी करने की शिकायत पर एसटीएफ ने छापा मारा था। एसटीएफ टीम जब वहां पहुंची तो अरुण के कहने पर उसके साथियों ने टीम को घेर लिया था। फिर इस टीम को उसके लोगों ने गाड़ी से कुचलने का प्रयास किया था। उस समय सौरभ व मो. मोहसिन पकड़ लिये गये थे जबकि अरुण भाग निकला था । अरूण यादव के खिलाफ पहला अपराधिक मुकदमा वर्ष 2013 में लिखा गया था।
अरुण टैकंरो से चोरी किया गया पेट्रोल-डीजल वहां से बेचता था। साथ ही स्प्रिट की मिलावट भी करता था। डीसीपी विनीत जायसवाल ने बताया कि दोनों की सम्पत्ति कुर्क करने का आदेश हुआ है। कानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद इनकी सम्पत्ति कुर्क कर दी जायेगी।