जश्न में भी नजर आई गुटबाजी की झलक
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। प्रदेश में अपने खोए जनाधार को पाने के लिए तड़प रहे कांग्रेस हाईकमान द्वारा उत्तर प्रदेश में वेंटिलेटर पर पड़ी पार्टी को मजबूत नेतृत्व देने के लिए जहां पूर्व विधायक अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, वहीं जिले में गुटबाजी की शिकार रही कांग्रेस पार्टी एकबार फिर कई खेमों में बिखरी नजर आ रही है।
बताते चलें कि वाराणसी निवासी एवं पांच बार के विधायक रहे अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर शुक्रवार को जनपद मुख्यालय पर कांग्रेसियों ने जश्न मनाया। इस दौरान कांग्रेसियों ने मिठाई बांट कर अपनी खुशी का इजहार किया। जिले के कांग्रेस नेताओं द्वारा अपने-अपने तरीके से अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले का स्वागत किया गया। जिले में लंबे समय से गुटबाजी की शिकार रही पार्टी की जिला इकाई जश्न के दौरान भी अपने आप को एक मंच पर नहीं ला पाई। हद तो तब हो गई जब जिले के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता द्वारा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता व प्रदेश पदाधिकारी पर कार्यक्रम के नेतृत्व को लेकर प्रश्न चिन्ह लगा दिया गया। उनके द्वारा बनाए गए पार्टी के मीडिया ग्रुप में इस बाबत टिप्पणी भी की गई। उनके द्वारा ग्रुप में डाले गए पोस्ट के बारे में उक्त कांग्रेस नेता को जब इस बात का एहसास करवाया गया तो महाशय को अपनी गलती दिखी और लगे हाथ उन्होंने ग्रुप में की गई टिप्पणी को डिलीट कर दिया।
बता दें कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर काफी गंभीर है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी द्वारा पूर्व में भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का एक संदेश दिया। स्थानीय स्तर पर हुए चुनाव में उसके अच्छे परिणाम भी नजर आए। अब देखना यह है कि 2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव में जनपद कांग्रेस राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करती है या श्हम हैं कांग्रेसश् के वहम में वही श्ढाक के तीन पातश् वाली कहावत चरितार्थ करती है। यहां जिले में लंबे समय से कांग्रेस नेता अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं।