कहा साइंटिफिक तरीके से कराई जाय जांच, न की जाय स्कूल की बदनामी
प्रिंसिपल और अध्यापक को रिहा करने की मांग, बताया निर्दोष
आजमगढ़। जनपद के चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज की छात्रा श्रेया तिवारी के मौत मामले में आज नया मोड़ आ गया। छात्रा श्रेया की मौत मामले में आरोपित प्रिंसिपल और अध्यापक की गिरफ्तारी का गलत ठहराते हुए छात्राओं ने उन्हें निर्दोष बताया। इतना ही नहीं छात्राओं ने कहा कि घटना की जांच साइंटिफिक तरीके से की जाय, पूरा मामला सामने आ जायेगा। छात्राओं ने इस बात जोर देते हुए कहा कि जिस तरह से स्कूल को बदनाम किया जा रहा है वह ठीक नहीं है। हम लोग इससे काफी आहत हैं।
मीडिया से रूबरू होते हुए चिल्ड्रेन कालेज की छात्राओं ने कहा कि अध्यापक एक माली की तरह होता है, जिस तरह एक माली बागीचे को सुन्दर बनाने के लिए पूरे तन-मन से उसकी सेवा करता है तो वहीं पेड़-पौधों की उन टहनियों को वह अलग कर देता है जिससे उसको नुकसान होता है। हमारे स्कूल की प्रिंसिपल और अध्यापक ने भी वही किया। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए जिम्मेदारान तरीके से श्रेया की गलती पर उसको समझाया था, उन्हें क्या किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि श्रेया ऐसा कदम उठा लेगी। कक्षाओं में श्रेया की परेड कराने की बात का छात्राओं ने एक सुर में विरोध करते हुए कहा कि स्कूल प्रबन्धन द्वारा श्रेया के साथ किये गये किसी भी कार्रवाई की जानकारी हम लोगों को नहीं थी। जब श्रेया ने स्कूल की बिल्डिंग से कूद कर अपनी जान दे दी तब हम लोग इस घटना से रूबरू हुए। हमें श्रेया की मौत का काफी दुख है। वह हमारी बहन जैसी थी। हम लोग शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं हमारे स्कूल की प्रिंसिपल और शिक्षक को रिहा कर दिया जाय।
छात्राओं ने मीडिया के समक्ष यह अपील किया कि जिस तरह से जिस तरह से स्कूल प्रबन्धन के साथ स्कूल पर तरह-तरह के आरोप लगाकर बदनाम किया जा रहा है उससे हम लोग काफी आहत हैं। मीडिया के समक्ष आईं स्कूल की शिक्षिकों ने बताया कि हम लोग करीब 15 वर्षों से स्कूल में अध्यापन का कार्य कर रहे हैं इस दौरान हमें स्कूल की प्रिंसिपल और शिक्षकों के साथ ही स्कूल प्रबन्धन द्वारा सहयोगात्मक रवैया ही अपनाया गया है।