उन्होंने कहा कि सरकार ने नई पेंशन योजना (एनपीएस) में कर्मचारियों को बड़ी राहत भी दी है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन लागू करने का कोई विचार नहीं है। सपा के विधायकों ने वित्त मंत्री के जवाब से असंतोष जाहिर करते हुए बहिर्गमन किया।
सरकार के इस बयान के साथ यह बात साफ हो गई है कि प्रदेश की योगी सरकार पुरानी पेंशन के बारे में विचार नहीं कर रही है। मालूम हो कि देश के कई राज्य पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू कर चुके हैं। राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठन लगातार पुरानी पेंशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सपा के विधायक अनिल प्रधान, पंकज मलिक, जय प्रकाश अंचल और रालोद के विधायक गुलाम मोहम्मद ने बुधवार को विधानसभा में तारांकित प्रश्न के जरिये पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारी के लिए पेंशन जीवन यापन का सबसे बड़ा सहारा है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन न मिलने से सेवानिवृत्त कार्मिक का परिवार में सम्मान नहीं होता है। जीवनभर सरकार की सेवा करने के बाद बुढ़ापे में वह बेसहारा हो जाता है। उन्होंने सवाल किया कि कर्मचारियों की पेंशन राशि कहां जमा है और उसकी सुरक्षा की क्या गारंटी है? उन्होंने कहा कि क्या सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने पर विचार करेगी।