रोते हुए हाथ जोड़ पिता-भाई से बोली थी आरती
हत्यारों ने पुलिस के सामने बताया घटना के समय का दृश्य
गोंडा। गोंडा जिले के धानेपुर के मेहनौन गांव में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। रविवार देर रात प्रेमिका से मिलने चोरी से उसके घर गए प्रेमी को परिजनों ने पकड़ लिया और दोनों की हत्या कर दी। युवती के घरवालों ने युवक के शव को गांव के बाहर गन्ने के खेत में फेंक दिया। इसके बाद युवती के शव को अयोध्या के सरयू घाट पर ले जाकर सोमवार सुबह बालू के टीले में दबा दिया। युवक के घरवालों ने थाने में सूचना दी कि रविवार शाम से वह लापता है। पुलिस ने छानबीन कर मामले का खुलासा करते हुए हत्या के आरोप में युवती के पिता व भाई को गिरफ्तार किया है।
मेहनौन गांव के सतीश कुमार चौरसिया (20) के लापता होने के मामले में छानबीन के दौरान पुलिस ने गांव की ही आरती चौरसिया (19) के परिजनों को सोमवार शाम हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरती के पिता कृपाराम चौरसिया व भाई राघवराम चौरसिया से जानकारी हुई कि सतीश की रस्सी से गला कसकर हत्या कर दी है। शव गांव से डेढ़ किमी दूर गन्ने के खेत में फेंक दिया है। वहां से पुलिस ने शव के साथ ही चारपाई और हत्या में प्रयुक्त रस्सी बरामद कर ली। वहीं, आरती चौरसिया का शव अयोध्या में बालू के टीले में दबाए जाने का पता चला। वहां भी पुलिस टीम रवाना की गई। धानेपुर पुलिस अयोध्या में फोरेंसिक टीम की मदद से शव को बालू के टीले से निकालने में जुटी है।
धानेपुर थानाध्यक्ष सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि मृतक सतीश की मां प्रभावती चौरसिया की तहरीर पर हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज किया है। सतीश का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम अयोध्या स्थित सरयू घाट से आरती का शव तलाशने गई है।
एसपी अंकित मित्तल ने बताया कि सतीश कुमार चौरसिया की मां प्रभावती ने पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी थी। प्रारंभिक जांच में सतीश के लापता होने के साथ ही आरती चौरसिया की मृत्यु और अचानक अंतिम संस्कार किये जाने का सुराग लगा। गहनता से तफ्तीश करने पर दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ। युवती के पिता व भाई को हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने कत्ल के जुर्म का इकबाल कर लिया। वहीं, मेहनौन गांव में प्रेमी के साथ पकड़े जाने पर आरती ने पिता और भाई से काफी अनुनय विनय की। पिता और भाई उसके प्रेमी सतीश कुमार चौरसिया की पिटाई करने लगे तो वह रो पड़ी। आरती ने हाथ जोड़कर कहा- मैं सतीश के साथ ही जीना और मरना चाहती हूं। इसलिए मारना है तो दोनों को मार दो, एक को नहीं। इस पर भी आरती के पिता कृपाराम चौरसिया व भाई राघवराम चौरसिया का दिल नहीं पसीजा। दोनों बेरहमी से सतीश को पीटते रहे। आवेश इस कदर बढ़ा कि रस्सी से गला ही कस दिया। कुछ क्षण छटपटाने के बाद सतीश ने दम तोड़ दिया। ये वाकया आरती के भाई व दोहरे हत्याकांड के आरोपी राघवराम चौरसिया ने पुलिस की पूछताछ में बयान किया है।
पुलिस का दावा है कि आरती के पिता व भाई ने जुर्म कुबूल कर लिया है। बताया कि सतीश की हत्या करने के बाद उन दोनों ने तैश में आरती की भी हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए जुगत करने लगे। फिर सतीश का शव चारपाई पर लेकर निकले और गांव के बाहर गन्ने के खेत में छिपा दिया। जिस रस्सी से गला कसा था उसे भी वहीं छोड़ आए और चारपाई भी।
इसके बाद सोमवार भोर ही आरती का शव ठिकाने लगाने के लिए परिवार के लोग अयोध्या चले गए। इससे भी गांव में चर्चाएं होने लगीं थीं। दोहरे हत्याकांड के आरोपी पिता व भाई ने पुलिस से यह भी माना कि उन्हें अनुमान हो गया था कि वह बच नहीं पाएंगे। पुलिस की मानें तो दोनों खुद ही पूरी वारदात की जिम्मेदारी ले रहे हैं। साथ ही हत्या और साक्ष्य मिटाने के अपराध को स्वीकार भी कर लिया। आरती का शव अयोध्या ले जाकर उसके पिता व भाई ने बालू में दफन किया था। इसकी जानकारी मिलने पर थानाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से अनुमति हासिल की। फिर पुलिस टीम संग अयोध्या गए। वहां के अधिकारियों से बात करके बालू के टीले में दफन आरती का शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।