परिवार कर रहा था अंतिम संस्कार की तैयारी, आंखें खुलने पर दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया
आगरा। आगरा में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश बघेल को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। घरवाले उन्हें रोते-बिलखते घर लेकर पहुंचे। मौत की खबर मिलते ही सगे-संबंधियों का घर पर जमावड़ा लग गया। मगर, इसके करीब आधे घंटे बाद महेश बघेल की सांसें फिर लौट आईं और वह जिंदा हो गए। इसके बाद घरवाले महेश बघेल को फिर तुरंत हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। वहां अब उनका इलाज चल रहा है।
दरअसल, भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश बघेल कई दिनों से बीमार हैं। उनका पहले राजामंडी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें दो दिन पहले परिजनों ने देहली गेट स्थित पुष्पांजलि हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया।
रविवार सुबह डॉक्टरों ने हॉस्पिटल में उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद घरवाले उन्हें मृत समझकर घर ले गए। घरवाले घर पर उनसे बिछड़ने के बाद बिलख रहे थे, तभी उनकी अचानक से सांसें चलने लगीं। घरवाले उन्हें न्यू आगरा के एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां पर डॉक्टर भाजपा नेता को भर्ती कर उनका इलाज कर रहे हैं।
भाजपा नेता के भाई राजेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि पैर में चोट लगी थी। उससे इन्फेक्शन हुआ। उसका ऑपरेशन कराया। छुट्टी होने वाली थी तभी अटैक पड़ा। दो दिन अस्पताल में भर्ती रहे। इसके बाद पुष्पांजलि में एडमिट कराया। थोड़ी स्थिति सुधरी। इसके बाद डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। अब इलाज नहीं है। इसके बाद वेंटिलेटर पर ले लिया। दो दिन से वैंटिलेटर पर थे। आज घर ले गए। घर पहुंचते ही जैसे ही रोना शुरू हुआ। इन्होंने हाथ हिलाया। थोड़ी सांस ली। इसके बाद फिर से अस्पताल ले गए। अब आंख भी खोल रहे हैं। ये ईश्वर का चमत्कार है।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश बघेल की पत्नी कमला ने बताया कि हॉस्पिटल से लेकर सुबह जब उन्हें सराय ख्वाजा स्थित आवास पर ले आए थे। घर आने के कुछ देर बाद ही उनकी सांसें फिर चलने लगीं। ईश्वर ने उन्हें नई जिंदगी दे दी है। पूरे परिवार में खुशी है।
महेश बघेल के चेतना वापस लौटने पर भाजपा नेताओं में भी खुशी है। भाजपा कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच गए हैं। साथ ही कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि सुबह जिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था, क्या कोई लापरवाही बरती गई थी। यह जांच विषय है। एक जिंदा व्यक्ति को मृतक कैसे घोषित कर दिया।