आजमगढ़। राज्य परियोजना निदेशक लखनऊ से आई विशेषज्ञों की टीम ने बुधवार को ठेकमा के तीन परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम मिली। निपुण तालिका के तहत बच्चों का चिह्नांकन भी नहीं मिला। एमडीएम रजिस्टर में हस्ताक्षर भी नहीं किया गया था। टीम ने नाराजगी जताते हुए तीन प्रधानाध्यापक व अनुचर के निलंबन कर कार्रवाई की संस्तुति की है।
प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड हुई सूचनाओं के आधार पर राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर विद्यालयों की जांच की जा रही है। टीम ने जिला मुख्यालय से दूर ठेकमा ब्लाॅक के ऐसे तीन विद्यालयों का चयन कर निरीक्षण किया। टीम सुबह करीब 10:55 बजे कंपोजिट विद्यालय अहिरौली पहुंची। जहां नामांकित 210 बच्चों के मुकाबले मात्र 96 बच्चे मिले। निपुण तालिका के तहत चिह्नांकन नहीं किया गया था। एमडीएम वितरण कर रजिस्टर में अंकित नहीं था। देखा गया कि यहां एक ही शिक्षक भोजन को चेक कर रहा है। जबकि इसके लिए माता समूह बनाया गया है। वहीं अगस्त में एसएमसी की बैठक भी नहीं हुई। आंगनबाड़ी केंद्र पर एक भी बच्चे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनुपस्थित मिलीं।
दिन में 11:55 बजे टीम प्राथमिक विद्यालय चंद्रभानपुर हुंची। यहां चहारदीवारी, हैंडवाश व टोटी नहीं थी। 101 बच्चों के मुकाबले सिर्फ 57 बच्चे मिले। टीम दोपहर 1:30 बजे कंपोजिट विद्यालय बौवापार पहुंची। उक्त विद्यालय पीएम श्री योजना के तहत चयनित है। जबकि यह मानक के विपरीत है। उक्त विद्यालय में ग्रांट से करीब 77 हजार रुपये खर्च किए गए हैं। अनुचर अवनीश राय अनुपस्थित मिले। जिसे लेकर टीम ने कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं। यहां भी निपुण तालिका के तहत कार्य नहीं किए गए हैं। टीम में जीवेंद्र सिंह ऐरी, अमित शुक्ला, विजय शर्मा, धवल कीर्ति, राहुल शर्मा व स्नेही गुप्ता शामिल रहे।