30 लाख रुपये में तय हुआ था हत्या का सौदा, 6 लाख रुपये दिये थे एडवांस
मुरादाबाद। मुरादाबाद में 10 अगस्त को बाइक सवार बदमाशों ने बीजेपी नेता अनुज चौधरी की हत्या कर दी थी। अब पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि अनुज चौधरी की हत्या चुनावी रंजिश के तहत की गई थी। यहां तक कि वारदात को अंजाम दने के लिए शूटरों को 30 लाख रुपये दिए गए थे। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि अनुज चौधरी असमोली के बीजेपी ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में लगा हुए थे। अनुज चौधरी संभल के एचौड़ा गांव के निवासी था। वह मुरादबाद के मोझला थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में रहता था। पुलिस के मुताबिक अनुज का साल 2016 में जीते डिग्री कॉलेज में छात्र संघ के चुनाव के दौरान कुछ युवकों के साथ विवाद हो गया था जिसके बाद उसे जान से मार दने की धमकियां मिलती रहती थीं। इस पर पुलिस ने दो सुरक्षा गार्ड भी उपलब्ध कराए थे। साल 2021 में असमोली ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अनुज चौधरी भी मैदान में थे। हालांकि ये चुनाव बीजेपी के ही प्रभाकर चौधरी की पत्नी ने जीत लिया था। साल 2022 में अनुज ब्लॉक प्रमुख के किलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए। इसके बाद हत्यारोपियों की अनुज चौधरी के साथ रंजिश और बढ़ गई। हालांकि इसके बाद अनुज 2023 में एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। जिस पर ब्लॉक प्रमुख और उसके बेटे ने अनुज चौधरी को खत्म कराने के लिए हत्यारों को काम लगाया और 30 लाख रुपये में सौदा तय किया।
10 अगस्त की शाम जब 6 बजे जब अनुज अपार्टमेंट से बाहन निकले तभी हत्यारों ने उनके ऊपर कई राउंड फायरिंग कर दी। उनकी हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें हेलमेट पहने मोटरसाइकिल सवार तीन अपराधी उन पर गोलियां चलाते नजर आए आते हैं। वही दूसरी ओर अस्पताल में डॉक्टरों ने अनुज को मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले में मुरादाबाद में सिविल लाइंस क्षेत्र के सर्कल अधिकारी अर्पित कुमार ने कहा कि चौधरी की हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में की गई है। ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर चौधरी और उनके बेटे अनिकेत ने साजिश रची और अमित और नीरजपाल की मदद लेकर तीन सुपारी किलरों को काम पर लगाया। उन्होंने बताया कि हत्या का सौदा 30 लाख रुपये में तय हुआ था और 6 लाख रुपये एडवांस में दिये गये थे।