यूपी पुलिस के ये अफसर हैं रियल लाइफ दंबग

Youth India Times
By -
0
बॉडी देखते ही अपराधी की कांप जाती है रूह
रामपुर। इनसे मिलिए, ये हैं रीयल लाइफ के चुलबुल पांडे...! अब तक 62 इंटरनेशनल गेम्स में 17 गोल्ड मैडल जीतने वाले यूपी पुलिस के ‘दबंग’ डीएसपी अनुज चौधरी आजकल रामपुर के स्वार में बतौर सीओ तैनात हैं। उत्तराखंड के सीमावर्ती इस इलाके में अवैध खनन और बेशकीमती लकड़ी की तस्करी रोकने के लिए उन्हें खासतौर पर तैनात किया गया है। मूल रूप से मुजफ्फनगर के बढेडी गांव के रहने वाले अनुज चौधरी अंतर्राष्ट्रीय पहलवान रहे हैं। दंगल से गोरखपुर हॉस्टल तक का सफर तय कर कुश्ती का ककहरा सीखा। 84 किलोग्राम भार वर्ग में वह 13 साल तक राष्ट्रीय चैंपियन रहे। प्रो कुश्ती लीग के वह ब्रांड एंबेसेडर भी रहे हैं, इसके अलावा उन्हें मॉडलिंग का शौक है। यह बात अलग है कि वह यूपी पुलिस के दबंग डीएसपी हैं और आजकल रामपुर जनपद के स्वार में सीओ के पद पर तैनात हैं। 2004 में एक साजिश के तहत दूसरे को अर्जुन अवार्ड दिए जाने से खफा अनुज चौधरी दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर भी बैठ गए थे। तत्कालीन खेल मंत्री सुनील दत्त ने खुद धरने पर पहुंचकर उनका अनशन तुड़वाया और अगले वर्ष 2005 में उन्हें अर्जुन अवार्ड दिया गया था।
अनुज कुमार को दर्जनभर कुश्ती प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक मिल चुका है। वह देश ही नहीं नहीं विदेश में भी कुश्ती प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं। बताते हैं कि उन्होंने जर्मनी, अमेरिका, पौलेंड, दक्षिणी कोरिया, ईरान, थाइलेंड, नेपाल, स्पेन, कनाडा, बुल्गारिया और मिस्र में भी कुश्ती लड़ी हैं। आज वह पहलवानी की बदौलत ही पुलिस विभाग में अफसर हैं। अनुज चौधरी गांव में जाते हैं तो लोग उनकी कद काठी को निहारते रहते हैं। वह अक्सर थाने और गांव में मीटिंग लेते हैं, जिसमें युवाओं को पढ़ाई के साथ ही खेल में सक्रिय रहने के लिए प्रेरित करते हैं। अपनी मिसाल देते हैं कि हमने पढ़ाई के साथ ही पहलवानी की और खेल कोटे से ही पुलिस अधिकारी बन गए। तमाम युवाओं को खेलों में आगे आना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर कई गांवों में युवा पहलवानी के दांवपेच आजमा रहे हैं।
पिछले दिनों सीओ अनुज चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सपा के फायरब्रांड नेता आजम खां को चुलबुल पांडे स्टाइल में जवाब दिए थे। दरअसल, उस वक्त अनुज चौधरी सीओ सिटी थे और बापू मॉल पर फोर्स के साथ थे, तभी आजम खां की गाड़ी को उन्होंने रुकवाया था। जिस पर आजम ने कहा- मासाल्लाह पर्सनालिटी अच्छी है... अखिलेश जी का अहसान याद है, इस पर अनुज चौधरी ने जवाब दिया था-अहसान कैसा, हम पहलवान थे, अर्जुन अवॉर्ड मिला है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में साउथ अफ्रीका, कनाडा और इंग्लैंड में- तीन बार गोल्ड मेडल, दो बार सिल्वर मेडल। मिस्र में हुए इब्राहिम मुस्तफा गोल्ड कप में स्वर्ण पदक विजेता। साउथ एशिया कुश्ती चैंपियशिप में स्वर्ण पदक, एशिया चैंपियनशिप में रजत और कांस्य पदक। राष्ट्रीय चैंपियनशिप और नेशनल गेम्स में अब 17 गोल्ड मेडल। इंडिया पुलिस गेम्स में पांच स्वर्ण पदक, यूपी सरकार से लक्ष्मण पुरस्कार विजेता। यूपी सरकार से मान्यवर कांशीराम पुरस्कार, 2005 में केंद्र सरकार से अर्जुन पुरस्कार। शेर-ए-हिंद, भरत कुमार समेत कई अन्य अवार्ड से भी सम्मानित।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)