आरोपी अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
10 राज्यों में करीब 100 लोगों को बना चुका है शिकार
आजमगढ़। साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ को कई प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए थे जिसमें जस्टडायल, टेलेग्राम व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से लोगांे के कांटेक्ट नंबर प्राप्त कर पार्ट टाइम जॉब व विभिन्न कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट के नाम पर व्यापक स्तर पर साइबर धोखाधड़ी की जा रही है और जनपद के मासूम लोगों व दुकानदारों के बैंक खाते अलग-अलग राज्यों से फ्रीज़ हो रहे हैं। उक्त शिकायत को संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ, प्रो0 त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ एंव अनुराग आर्य पुलिस अधीक्षक जनपद आजमगढ़ के निर्देशानुसार तकनीकी संसाधनो का प्रयोग करते हुए साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ टीम द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। जांच के दौरान पंकज सिंह पुत्र रवि प्रकाश सिंह ग्राम सराय वृन्दावन थाना तरवा जनपद आजमगढ़ का नाम प्रकाश में आया। 10 सितम्बर को विमल प्रकाश राय, प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना व टीम द्वारा अभियुक्त पंकज सिंह को पिचौरा बाज़ार बरदह से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से 5 सिम कार्ड, 3 मोबाइल फ़ोन, 15 आधार कार्ड, 18 कंपनियों के फर्जी कागजात, पासबुक और 2 चेकबुक बरामद किया गया है। पूछताछ में अभियुक्त पंकज सिंह ने बताया कि उसकी मुलाकात मुंबई में मनीष तलपडे से हुई थी उसी से उसने यह अपराध करना सिखा था। वह जस्टडायल, टेलेग्राम व गूगल से लोगों के कांटेक्ट नंबर प्राप्त कर पार्ट टाइम जॉब व विभिन्न कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के नाम पर कॉल व मेसेज कर उनके साथ धोखाधड़ी करता था। आरोपी ने बताया कि वह उन लोगों से पैसा दुकानदारांे व ग्राहक सेवा केंद्र के बैंक खातो में मंगवा के ट्रान्सफर व कैश कर लिया करता था। अब तक करीब 100 लोगों के साथ 30 लाख तक की धोखधड़ी कर चुका है। अभियुक्त के पास से बरामद मोबाइल नंबर से एनसीआरपी व सीवाईसीएपीएस पोर्टल पर चेक किया गया तो लगभग 10 राज्यों से कंप्लेंट की जानकारी हुई है जिनसे संपर्क कर आवश्यक कार्यवाही किया जा रहा है।