बहन ने भागकर बचाई अपनी जान, घटना के बाद आरोपी फरार
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। आज के 20 वर्ष पूर्व शहर के एक निर्जन स्थान पर लावारिस हाल में मिले नवजात को पति की अनुमति के बाद दो बच्चियों की मां ने उसे अपने वंश के रूप में स्वीकार किया और उसे चंदन नाम दिया, आज उसी बेटे चंदन ने मां को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं आक्रोशित चंदन अपनी बहन को भी मारने के लिए दौड़ा लिया। बहन ने भागकर अपनी जान बचाई। कौशिल्या देवी उम्र 45 वर्ष पत्नी पथरू यादव निवासी फुलेहरा थाना कंधरापुर की निवासी थी। पति पथरू रोजी रोटी के लिए गुजरात रहकर काम काज करता है। पथरू की दो बेटियां हैं जिसमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। घर पर इस समय कौशिल्या के साथ उसकी बेटी अंशिका और पुत्र चंदन रहते हैं। परिजनों ने बताया कि चंदन की दिमागी हालत इस समय ठीक नहीं चल रही थी। रविवार की रात किसी बात को लेकर चंदन ने मां कौशिल्या को लाठी-डंडे से मारपीट कर घायल कर दिया। बहन अंशिका को भी मारने के लिए दौड़ाया तो वह पड़ोसी के घर में छिपकर अपनी जान बचाई। स्थानीय लोगों की मदद से घायल कौशिल्या को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार की देर रात उसकी मौत हो गयी। कंधरापुर थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि मृतका की पुत्री अंशिका की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभियुक्त इस समय फरार है, उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।