2022 के चुनाव में मुरादाबाद से सपा के पांच विधायकों ने जीत दर्ज की थी। नगर निकाय चुनाव में सपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। सिर्फ नगर निगम चुनाव में आपसी कमियों के चलते पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। पार्टी में कुछ मतभेद सामने आए हैं। पार्टी के जिलाध्यक्ष डीपी यादव से बातचीत कर मतभेद दूर कराए जाएंगे।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि 2022 में भाजपा ने साजिश कर काफी मतदाताओं के नाम कटवाए थे। इस मामले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चुनाव आयोग से शिकायत थी। बताया था कि 2019 के चुनाव में 18 हजार लोगों ने वोट दिया था लेकिन 2022 के चुनाव में उनके नाम मतदाता सूची से काट दिए गए। इस साजिश से कार्यकर्ताओं को आगाह किया गया है। पार्टी के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर, मोहल्ले और विधानसभा स्तर पर जीते और हारे हुए प्रत्याशी मतदाताओं को सूची से जोड़ने की भूमिका निभाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 90 दिन में महंगाई दूर करने, प्रतिवर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था लेकिन दोनों वादे पूरे नहीं किए। इसके अलावा किसानों की आय को दोगुना करने और एमएसपी बढ़ाने का भी काम नहीं किया।