मुख्यमंत्री ने लोगो से महिलाओं की सुरक्षा एवं उनकी गरिमा बढ़ाने हेतु कार्य करने का किया आह्वान
जनपद मुख्यालय सहित तहसील, ब्लाक एवं ग्रामीण स्तर पर जागरूकता रैली एवं विभिन्न कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
रिपोर्ट-संजीव राय
मऊ। मिशन शक्ति (फेज 4)के विशेष अभियान का शनिवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औपचारिक शुभारंभ किया।लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जनपद मुख्यालय स्थित नगर पालिका परिषद के कम्युनिटी हाल में किया गया। इस दौरान विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं नुक्कड़ नाटक पेश किया। इस मौके पर जिलाधिकारी अरुण कुमार,पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय,विधानसभा क्षेत्र मधुबन से विधायक रामविलास चौहान,भाजपा जिलाध्यक्ष नूपुर अग्रवाल सहित सभी अधिकारी एवं भारी संख्या में महिलाएं तथा छात्राएं एवं महिला पुलिसकर्मी उपस्थित रही। इसके अलावा तहसील मुख्यालयों से बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के संचालित स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु जागरूकता रैलियां और झांकियां निकाली गई। बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के समस्त विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों ने महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण से संबंधित जागरूकता रैलियो का आयोजन किया। जनपद मुख्यालय के अलावा तहसील स्तर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं नुक्कड़ नाटक पेश किया। प्रत्येक तहसील के विकास खंडों में इस तरह के आयोजन किए गए।
जनपद मुख्यालय स्थित सोनी धापा इंटर कॉलेज से महिला सशक्तिकरण हेतु जागरूकता रैली को मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर और पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जागरूकता रैली आजमगढ़ तिराहा, गाजीपुर तिराहा होते हुए नगर पालिका परिषद के कम्युनिटी हाल पर समाप्त हुआ। जहां मुख्यमंत्री द्धारा मिशन शक्ति (फेज4) के औपचारिक शुभारंभ कार्यक्रम के सजीव प्रसारण एवं विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 में मिशन शक्ति का प्रारंभ हुआ था। कोरोना काल के दौरान नारी शक्ति के रूप में ग्राम एवम नगर स्तर पर कार्यरत एएनएम, आशा वर्कर एवं आंगनवाडी कार्यकर्त्रियों ने अपना अमूल्य योगदान दिया जो नारी शक्ति की प्रतीक है। 2017 में पूरे प्रदेश में लगभग 10 हजार महिला पुलिस कर्मी ही कार्यरत थी, जिनसे सिर्फ कार्यालय में ही लिया जाता था। वर्तमान में महिला पुलिस कर्मियों की लगातार भर्तियों के कारण लगभग 40 हजार महिला पुलिस कर्मी कार्यरत है जो कार्यालय कार्यों के अलावा फील्ड में मजबूती के साथ कार्य कर रही है। जिसके कारण महिला अपराधों में काफी मात्रा में गिरावट आई एवं अपराधियों को सजा दिलाने में मदद मिली। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक अपराधियों को सजा दिलाने वाला प्रदेश बन गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एक करोड परिवार को पेंशन की सुविधा दी जा रही है, जिनमें 31 लाख निराश्रित महिला है। इसके अलावा एक लाख 75 हजार महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण हेतु बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सहित कई योजनाएं संचालित है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत जन्म से स्नातक तक सरकार बालिकाओं को15000 रुपए प्रदान करती है। इसके अलावा सामूहिक विवाह योजना के तहत 3 लाख गरीब बेटियों की शादी अब तक की जा चुकी है। इस योजना के तहत 51000 रुपए प्रत्येक जोड़े पर आर्थिक सहायता के रूप में खर्च की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण हेतु चलाई जाने वाली कई अन्य योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए लोगों से महिलाओं के खिलाफ होने वाली सामाजिक एवं घरेलू हिंसा के खिलाफ खड़ा होने तथा मिशन शक्ति फेज 4 के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के साथ ही साथ जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगो से नारी की सुरक्षा एवं गरिमा बढ़ाने का कार्य करने को कहा।साथ ही जनपद स्तर पर अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित करने को कहा।