कार्यों और लागत के अंतर पर परियोजना निदेशक डूडा को लगाई फटकार
प्रस्तावित कार्यों का भौतिक सत्यापन कराने के दिए निर्देश
रिपोर्ट-संजीव राय
मऊ। आज जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में जिला नगरीय विकास अभिकरण के शासी निकाय की बैठक कैंप कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक के दौरान परियोजना निदेशक डूडा अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री अल्प विकसित एवं मलिन बस्तियों में मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु इंटरलॉकिंग एवं नाली निर्माण आदि कार्य जनप्रतिनिधियों के प्राप्त प्रस्ताओ में वर्णित परियोजनाओं का स्थानीय नगर पालिका/नगर पंचायतो से समन्वय स्थापित एवं स्थलीय निरीक्षण कर कार्य कराया जाना है। उन्होंने बताया कि सदस्य विधान परिषद् माननीय अरविंद कुमार शर्मा द्वारा 46 कार्य, मंत्री श्रम एवं सेवायोजन समन्वय विभाग मा0 अनिल राजभर द्वारा 08 कार्य, सदस्य विधान परिषद उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय आजमगढ़ माननीय विक्रांत सिंह रिशु द्वारा 04 कार्य, माननीय विधायक मधुबन श्री राम विलास चौहान द्वारा 11 कार्य, सभापति उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन मा0 वाल्मीकि जी त्रिपाठी द्वारा 06 कार्य सहित कुल 75 कार्य प्रस्तावित हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रस्तावित कार्यों का भौतिक सत्यापन संबंधित अधिकारी अपने स्तर से कर ले।उन्होंने कहा कि पहले से जो मार्ग, नाली, खड़जा आदि चलन में हो उसी पर नए निर्माण कराए। किसी भी दशा में व्यक्तिगत भूमि पर कार्य न कराया जाए। उन्होंने संबंधित तहसीलों से एन.ओ.सी. प्राप्त कर कार्य कराने के निर्देश परियोजना अधिकारी डूडा को दिए। वही कार्यों और लागत में अंतर आने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए परियोजना निदेशक डूडा को दर का मिलान कर सही डी.पी.आर. तैयार कराने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला उद्यान अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सहित समस्त नगर पंचायतो के अधिशासी अधिकारी उपस्थित रहे।