आजमगढ़: नहीं होगी जीयनपुर की रामलीला, कोतवाल पर अभद्रता का आरोप

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समिति ने उपजिलाधिकारी सगड़ी को ज्ञापन सौंप कर कराया अवगत
मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों को भेजी रजिस्टर्ड सूचना

आजमगढ़। आदर्श रामलीला समिति जीयनपुर की कार्यकारिणी और सदस्यों ने बुधवार को प्रस्ताव पारित कर कोतवाली प्रभारी पर रामलीला मंचन के दौरान अभद्रता का आरोप लगाते हुए रामलीला मंचन बंद करने का निर्णय लिया है। समिति के सदस्यों ने अपने प्रस्ताव की कापी एसडीएम सगड़ी को सौंपते हुए आवश्यक कार्यवाही की मांग की। साथ ही मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से सूचना दी है। आदर्श रामलीला समिति जीयनपुर के अध्यक्ष संतोष चौरसिया और कार्यकारी के सदस्यों की हस्ताक्षर से उप जिलाधिकारी सगड़ी अतुल गुप्ता को देय ज्ञापन में कहा गया है कि 17 अक्टूबर की रात्रि में रामलीला का मंचन चल रहा था। इसी दौरान ग्यारह बजे रात में प्रभारी थाना कोतवाली जीयनपुर विवेक पांडेय रामलीला मैदान में आए और अध्यक्ष को बुलाकर कहा कि रामलीला मंच पर नाच करा रहे हो इसे तुरंत बंद करो। रामलीला मंच पर किसी तरह की नाच नहीं होगी,अगर नाच कराओगे तो तुम्हारे सहित पूरी कमेटी के ऊपर मुकदमा कर जेल भेज दूंगा। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि अश्लीलता से भरा हुआ कोई भी गीत एवं नृत्य नहीं हो रहा है। रामलीला के दौरान आवश्यक स्थान पर गीत,नृत्य एवम् प्रहसन कराया जा रहा है। किसी प्रकार की कोई अश्लीलता नहीं हो रही है। आरोप है कि यह कहकर मैं आने लगा तो कोतवाल ने अपशब्दों का प्रयोग किया। जिसको अन्य कार्यकर्ताओं ने सुना। समिति का यह भी आरोप है कि कोतवाल द्वारा समिति के सदस्यों को अपमानित कर उत्पीड़न किया जा रहा है और रामलीला मंचन में बार-बार व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। सदियों से चल रही रामलीला के मंचन के दौरान नृत्य एक आवश्यक अंग रहा है। इसको लेकर आदर्श रामलीला समिति जीयनपुर की कार्यकारिणी की एक बैठक हुई। जिसमें 18 अक्टूबर से रामलीला न करने का निर्णय लिया गया। इस संबंध में समिति के अध्यक्ष संतोष चौरसिया और वरिष्ठ सदस्य एडवोकेट आशीष कुमार मिश्रा ने बताया कि रामलीला के दौरान गीत,नृत्य और प्रहसन होता चला रहा है। जानबूझकर धार्मिक कार्य में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में रामलीला का मंचन संभव नहीं है। इस बावत जीयनपुर कोतवाली पुलिस से बात करने पर बताया कि रामलीला समिति द्वारा मंच पर डांस करवाया जा रहा था जिस बावत उन्हें शासन के दिशा निर्देशों से अवगत कराते हुए उन्हें रामलीला के मंच पर डांस करवाने से मना किया गया।

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