फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार की पूछताछ में कभी नहीं लिया संजय सिंह का नाम-राजेश यादव
आजमगढ़। शनिवार को आम आदमी पार्टी आजमगढ़ इकाई द्वारा पुर्वान्चल प्रान्त अध्यक्ष राजेश यादव के नेतृत्व में राज्य सभा सांसद व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ कलेक्ट्रेट चौराहे पर विरोध प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। पुर्वान्चल प्रान्त अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार ई.डी. को बयान दिए लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नही था सांसद संजय सिंह कोई अंजान व्यक्ति नहीं है, क्या अभियुक्त को इतनी बार बयान देते हुए सांसद संजय सिंह का नाम याद नहीं आया ? अचानक से ईडी द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया अभियुक्त से सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया। महीने भर के अंदर अभियुक्त को जमानत मिल गई और ईडी ने उसकी जमानत का कोई विरोध नहीं किया जमानत के कुछ दिन बाद ही उसको सरकारी गवाह बना दिया गया। जिलाध्यक्ष रविन्द्र यादव ने कहा कि संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने जैसे जघन्य अपराध के खिलाफ सदन में आवाज उठाई तो उन्हे राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया और आज तक वो निलंबित है सांसद संजय सिंह लगातार दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यको व समाज के कमज़ोर वर्गाे की आवाज लगातार उठाते रहे है और सरकार से सवाल पूछते रहे है संजय सिंह ने समय समय पर किसानों के हितों की रक्षा के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, पुरानी पेंशन की बहाली के लिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश में बढ़ती मंहगाई के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाते रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष पंचायत प्रकोष्ठ कृपाशंकर पाठक ने कहा कि सांसद संजय सिंह के खिलाफ ये पूरा मामला फर्जी बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ता इस अवैध गिरफ़्तारी के विरोध में पूरे उत्तर प्रदेश में आंदोलनरत हैं। उक्त कार्यक्रम में रविन्द्र यादव, सतीश यादव, एम.पी. यादव, राजेश सिंह, उमेश यादव, इसरार अहमद, तनवीर रिजवी, नेबूलाल, रामरूप यादव, विशेष मौर्या, सचिन, सन्तोष कुमार सिंह, रुपेश विश्वकर्मा, कृपाशंकर पाठक, भगवती गुप्ता, साहब यादव, प्रमोद, शंकर सोनकर, हरेन्द्र यादव, विजय, गोलू, रमाकांत, श्यामनारायण, गोवर्धन, मो. नुरूज्मा, फिरतू लाल, राजेन्द्र, कन्हैया, चतुरी, चन्द्रशेखर यादव, सुशील श्रीवास्तव, पियूष कुमार यादव, राजेन्द्र यादव, रामसतन सिंह, प्रदुम्मन सिंह, रामसमुझ सिंह, सुरेन्द्र सिंह, सुरेश सिंह, विपिन राय, अनिल यादव, संजय यादव, हरेन्द्र पटेल आदि लोग शामिल रहे।