आजमगढ़। जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर एवं एसकेडी इण्टर कॉलेज में शनिवार को नवरात्र एवं दशहरा के उपलक्ष्य में विविध कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसे देखते हुए उपस्थित जन भक्ति भावना से ओत प्रोत हो गये। नौ देवियों के भव्य स्वरूप में सजी विद्यालय की बालाओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो जगत जननी मां भगवती अपने भक्तों के कष्ट को दूर करने के लिए साक्षात धरा पर अवतरित हो गयी हैं। इसी तरह से रामायाण के किरदार में राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुधन, सीता, रावण, और हनुमान बने छात्र/ छात्रायें काफी आकर्षक लग रहे थे।
शुरूआत विद्यालय के व्यवस्थापक श्रीकान्त सिंह द्वारा मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चन से हुई। इसके पश्चात भक्ति की जो धारा बही, उपस्थित सभी लोगों को सराबोर करते हुए देर तक बहती रही। महिषासुर मर्दन का दृष्य रहा हो या चण्ड मुण्ड वध, सभी कार्यक्रम एक से बढ़कर एक लग रहे थे। रामायण के मंचन में भरत मिलाप, श्री राम दरबार झांकी, पर्ण कुटी के बाहर पहरा दे रहे लक्ष्मण, हनुमान जी का अशोक वाटिका में प्रवेश और वाटिका को उजाड़ने जैसे दृष्य काफी आकर्षक लग रहे थे। दुर्गेश, वैभव, अनुदीप, श्वेता, अनुकल्प, अमृता, साक्षी, अंतिमा आदि की प्रस्तुति काफी सराहनीय रही।
अपने वक्तव्य में विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हिन्दू धर्म के सभी त्योहार प्रकृति से विशेष सामंजस्य रखते हैं। शारदीय नवरात्र ऐसे अवसर पर मनाया जाता है जो वर्षा और शरद ऋतु का संक्रमण काल होता है। गर्म वातावरण से ठंड में प्रवेश करते हुए शरीर में कोई विकार उत्पन्न न हो इसलिय नौ दिन के नवरात्र के उपवास और पूजन की विधि बनाई गयी है। श्री सिंह ने मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के चरित्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की बात कही। विद्यालय के प्रधानाचार्य रामजी चौहान एव ंसजय श्रीवास्तव ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में संतोष, दिनेश, विद्योतमा, सुमन, संगीता, शिवांगी, रूबी, नेहा आदि की भूमिका सराहनीय रही।