सरकारी नियमों को ताक पर रख रहें सरकारी विभाग
रिपोर्ट-आशिफ अहमद खां
गोरखपुर। पहले कहावत होती थी कि जब सैंया है कोतवाल तो डर काहे का लेकिन अब कहावत इसके विपरीत है कि जब हम ही हैं कोतवाल तो डर काहे का। यह तस्वीर जो दिख रही है यह गोरखपुर नगर निगम के सामने की तस्वीर है पूरे गोरखपुर में और अन्य जिलों में भी हाई सिक्योरिटी नंबर सरकार के द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन इस सरकारी गाड़ी पर अभी भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं दिख रहा है यह जिप्सी गाड़ी जिसका नंबर यू.पी. 53 X 9931 दिख रहा है इस पर अभी तक हाई सिक्योरिटी नंबर नहीं लगा हुआ है यही गाड़ी अगर आम पब्लिक की होती तो क्या आरटीओ के ऑफिसर पुलिस इस तरह से धड़ल्ले से आने जाने देते, आम पब्लिक से जुर्माने का प्रावधान किया गया है तो क्या सरकारी कर्मचारियों से अधिकारियों से कोई प्रधान नहीं है यह हाल है हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर जिले का। अब सवाल उठता है कि क्या अधिकारियों और कर्मचारियों को इस कानून से छूट दी गई है या फिर यह तानाशाही है।यह अधिकारी हैं सरकार के अधीन काम करते हैं तो क्या इनके ऊपर कानून लागू नहीं होता है? इस पर उच्च अधिकारियों को संज्ञान लेकर पहले खुद के अधिकारियों व कर्मचारियों से कानून का पालन कराना होगा। उसके बाद आम पब्लिक पर इस नियम को लगाना चाहिए।