जिसके लिए मां-बाप को त्यागा, उसी ने दी दर्दनाक मौत
आजमगढ़। मां-बाप के खिलाफ जाकर घर से भागकर अनीता ने जिसे अपना जीवन साथी चुना था, मंदिर में साथ जीने-मरने की कसमें खाई थी, उसी जीवन साथी ने उसे दर्दनाक मौत दिया। ग्रामीणों ने बताया कि सूरज की शादी रौनापार थाना क्षेत्र में तय हुई थी। शादी के दो महीने पहले ही वह अनीता को भगा लाया और बुढ़ऊ बाबा मंदिर पर शादी किया। इसके बाद वह पति-पत्नी की तरह रहने लगे। ग्रामीणों के अनुसार पूर्व में जब उसके साथ मारपीट की गई थी और बीच-बचाव करने गए तो उन लोगों द्वारा छेड़खानी का मामला दर्ज कराने की धमकी दी गई थी। इतना ही नहीं मामला थाने तक भी पहुंच गया था।
विदित हो कि महराजगंज थाना क्षेत्र के आराजी जजमन जोत गांव में अनीता (19) की उसके पति सूरज और ससुर गुलाब गोंड ने लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी। शव को घर के अंदर ही गड्ढ़ा खोदकर दफन कर दिया। इसके बाद दोनों घर में ताला बंद कर फरार हो गए। शुक्रवार सुबह घर में ताला बंद देख ग्रामीणों को कुछ शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घर का ताला तुड़वाया। इसके बाद घर में दफन किए गए स्थान से विवाहिता के शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अनीता के भाई हरेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने उसके ससुर गुलाब और पति सूरज पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की दबिश जारी है। हरेंद्र ने बताया कि दहेज में बाइक की मांग को लेकर अक्सर मेरी बहन को प्रताड़ित किया जाता था। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी मांग पूरी नहीं की जा सकती थी। कुछ कर्ज लेकर अपने पास से जमा कर 40 हजार रुपये बहन के ससुराल वालों को दिया गया था, लेकिन फिर भी उनका मन नहीं भरा। वह अक्सर उसकी बहन को मारते-पीटते थे।