रील बनाते समय हाथ में फट गया बम, 20 लोग झुलसे

Youth India Times
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लखनऊ। सोशल मीडिया में छा जाने की चाहत में कई युवकों की जान जोखिम में पड़ गई। दिवाली के दौरान रील बनाने के लिए युवकों ने लापरवाही से पटाखे दगाए। नतीजतन हाथ में ही बम फट गया। जख्मी लोगों को अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने इलाज कर मरीजों की जान बचाई। साथ ही ऐसी लापरवाही न करने की सलाह भी दी। रील बनाने के लिए लापरवाही से पटाखे दगाने के एक दो नहीं बल्कि 20 से ज्यादा मामले सामने आए। केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में पटाखे से झुलसे मरीज व उनके तीमारदारों से हादसे के कारण पूछे, तो मरीज व तीमारदारों ने रील बनाने की बात बताई। डॉक्टरों ने इस पर हैरानी जाहिर की। दिवाली की रात अलीगंज सेक्टर के निवासी युवक के हाथ में बम फट गया था। हाथ से काफी खून बह रहा था। गंभीर अवस्था में युवक के दोस्त उसे लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। डॉक्टरों ने युवक का इलाज किया। तीन उंगलियों में चोटें थीं। जांच के बाद खून रोकने के लिए टांके लगाए। सेहत में सुधार के बाद युवक को डिस्चार्ज कर दिया गया। युवक ने बताया कि युवक को बम हाथ में जलाकर ऊपर उछालकर दूर फेंकना था। पटाखे की बत्ती में आग लगाते ही वह फट गया। इससे वह जख्मी हो गया। इसी तरह ठाकुरगंज के युवक ने दो अनार हाथ में लेकर एक साथ जलाने का प्रयास किया। दोस्त दूर खड़े होकर रील के लिए वीडियो बना रहे थे। तभी एक अनार फट गया। इससे उसके मुंह, हाथ और छाती में झुलस गई। आनन-फानन उसे ट्रॉमा लाया गया। डॉक्टरों ने ड्रेसिंग की। डॉक्टरों ने बताया कि घाव कम गहरे थे। वरना घायल की जान जोखिम में पड़ जाती। रील के लिए जान जोखिम में डालने वाले लोग राजधानी के लगभग सभी अस्पतालों में पहुंचे। केजीएमयू, बलरामपुर, सिविल, लोहिया और लोकबंधु अस्पताल में तो बहुत से ऐसे लोग इलाज के लिए पहुंचे जो रील बनाने के लिए चोटिल हुए थे। राहत की बात यह थी कि ज्यादातर युवक गंभीर नहीं थे। लिहाजा प्राथमिक इलाज उपलब्ध कराने के बाद नसीहत देते हुए सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया।

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