पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों में दौड़ी शोक की लहर
आजमगढ़। जहानागंज के हथौता गॉव निवासी नगेन्द्र यादव पुत्र हरिकेश यादव सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) में बिहार राज्य में भर्ती होकर नौकरी करते थे। नगेन्द्र यादव तीन भाइयों में दूसरे नम्बर पर थे। उनकी अभी शादी नहीं हुई थी। पिता हरिकेश यादव किसानी का काम कर परिवार का पेट पालते थे। कुछ दिन पहले फोर्स के जवान नगेन्द्र यादव छुट्टी पर अपने गाँव आये थे। वे 16 नवम्बर को मऊ जनपद के चिरैयाकोट बाजार से सामान की खरीदारी कर घर आ रहे थे कि बबुरा बाजार के पास अज्ञात वाहन ने पीछे से आकर टक्कर मार दिया, जिससे नगेन्द्र यादव अचेत होकर सड़क पर गिर गए। लोगों की मदद से उन्हें आजमगढ़ एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहाँ डॉक्टरों ने जवान की हालत को नाजुक देखते हुए लखनऊ को रेफर कर दिया था। आज 18 नवम्बर को इलाज के दौरान जवान नगेन्द्र यादव ने अंतिम सांस लिया। नगेन्द्र यादव जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही पूरे गांववासियों में शोक की लहर दौड़ गयी है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।