रिपोर्ट-संजीव राय
मऊ। मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी प्रशांत नागर के नेतृत्व में ग्राम चौपाल गांव की समस्या गांव में समाधान के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में नगर पालिका कम्युनिटी हॉल में जनपद स्तरीय संगोष्ठी कर प्रथम वर्षगांठ मनाई गई। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, उद्यान, स्वास्थ्य एवं कृषि विभाग से संबंधित स्टाल लगाए गए थे, जिसका अवलोकन मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी साथ में परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी उमेशचन्द तिवारी, उप कृषि निदेशक ने किया। मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी ने सभी समूह के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए भी एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए जिला मिशन मैनेजर को निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जन चौपाल का कार्यक्रम एक वर्ष पूर्व प्रारंभ कराया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति विश्वास की भावना पैदा करना तथा उनकी समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समाधान किया जाना है। इस आयोजन के दृष्टिगत ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील स्तर पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। इसमें प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा अमृत सरोवर के निर्माण के पश्चात उनके रखरखाव आदि बिंदुओं पर संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा चर्चा की गई। मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन शिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करते हुए मुख्यमंत्री के अपेक्षा के अनुरूप ग्राम स्तर से लेकर जनपद स्तर के सभी अधिकारी/कर्मचारी जनता द्वारा की जाने वाली शिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण करें तथा शिकायतकर्ता की पूरी बात को सुने और नियमानुसार समस्याओं का निदान करें। ताकि किसी शिकायतकर्ता को बार-बार ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर से लेकर जनपद स्तर तक चक्कर न लगाना पड़े।
उन्होंने ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ गरीब परिवार को दी जा रही है। ऐसी बहुत सारी योजनाएं जिन्हें समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाना इस योजना का अभिप्राय है। और इसी के साथ हम लोग अगले वर्ष भी इसी संकल्प को लेकर अगले वर्ष में जाना चाहते हैं कि जितना हो सके हम लोग, लोगों तक लाभ पहुंचाने का प्रयास करें।कार्यक्रम के दौरान प्रसंसनीय कार्य करने वाले खंड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। परियोजना निदेशक रामबाबू त्रिपाठी द्वारा बताया कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत प्रत्येक पात्र लाभार्थी को 1.20 लाख की धनराशि तीन किस्तों में प्रदान की जाती है। डीसी मनरेगा उपेंद्र कुमार पाठक द्वारा बताया कि जनपद में मनरेगा योजना अंतर्गत 63 खेल मैदान, 209 अमृत सरोवर, 121 न्यूट्री गार्डन, 258 रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग तथा 15 रूरल हार्ट का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। जनपद में मनरेगा योजना अंतर्गत 37.99 लाख मानव दिवस सृजित किए जाने के लक्ष्य के सापेक्ष 41.76 लाख मानव दिवस सूचित किया गया है। जिसपर कुल 95.12 करोड़ रूपया व्यय हुआ है। मनरेगा योजना अंतर्गत 2,82,273.00 श्रमिकों को आधार के माध्यम से भुगतान किया जा रहा है, जो कुल श्रमिकों का 94ः है। मनरेगा योजना अंतर्गत जनपद में महिला श्रमिकों द्वारा 22,00,410 मानव दिवस सृजित किया गया है, जो कुल सृजित मानव दिवस का 53 प्रतिशत है। निराश्रित गोवंश संरक्षण योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य 5868 के सापेक्ष 5521 पशुओं को संरक्षित किया गया है। गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य 582 के सापेक्ष 542 गोवंश को पशुपालन विभाग द्वारा बेसहारा पशुओं को पालने हेतु पशु उपलब्ध कराया गया, जिसके भरण पोषण के लिए उनके खाते में प्रत्येक माह प्रति पशु रुपया 1500 भुगतान किया जाता है। जनपद में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण का निर्धारित लक्ष्य 15212 के सापेक्ष 12888 लाभार्थियों का शौचालय निर्माण कराया जा चुका है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत निर्धारित लक्ष्य 1301 के सापेक्ष 472 लाभार्थियों की शादी कराई गई है। शेष लाभार्थियों की शादी हेतु आवेदन प्राप्त किये जा रहे हैं।आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों को चिकित्सा विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड जारी किया जाता है। आयुष्मान कार्ड 789855 के सापेक्ष 490441 लोगों का कार्ड बनाया जा चुका है। जनपद की ग्राम पंचायतो में कुल 738 चौपाल का आयोजन किया गया है। आयोजित चौपाल में कुल 4395 शिकायतें प्राप्त हुई जिसके सापेक्ष 3389 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। वित्तीय वर्ष 23-24 में सोशल ऑडिट हेतु 648 ग्राम पंचायत प्रस्तावित की गई है जिसके सापेक्ष 550 ग्राम पंचायत का सोशल ऑडिट किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान समस्त सम्मानित पत्रकार बंधु, उप कृषि निदेशक, परियोजना निदेशक, डीसी मनरेगा, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खंड विकास अधिकारी एवं लाभार्थी उपस्थित रहे।