एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई
बरेली। बरेली में भ्रष्टाचार के मामले थम नहीं रहे हैं। एंटी करप्शन टीम ने एक महिला लेखपाल को गिरफ्तार किया है। वह शुक्रवार सुबह एडीएम प्रशासन के आवास के पास किसान से रिश्वत ले रही थी। इसी दौरान उसे रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया। लेखपाल के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जानकारी के मुताबिक इज्जतनगर थाना क्षेत्र में एयरफोर्स गेट के पास रहने वाले निगम कुमार कुलश्रेष्ठ ने अपनी पत्नी कमला देवी के नाम पर मकरंदपुर गांव में जमीन खरीदी थी। इसी का दाखिल खारिज होना था। लेखपाल सीमा देवी इसके लिए निगम कुमार को कई महीने से टरका रही थी। दाखिल खारिज करने के एवज में रिश्वत मांग रही थीं। निगम कुमार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की। वहां से प्रारंभिक जांच के बाद टीम ने डीएम से मिलकर दो स्वतंत्र गवाह लिए गए। शुक्रवार को एडीएम प्रशासन के आवास के पास से लेखपाल सीमा देवी को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
बताया जा रहा है कि लेखपाल सीमा देवी ने दाखिल खारिज के बदले 10 हजार रूपये रिश्वत मांगी थी लेकिन सौदा पांच हजार में तय हुआ। यही पांच हजार रुपये की रकम लेते सीमा को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। लेखपाल को जेल भेजने से पहले जिला अस्पताल में उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। मीरगंज में 23 दिसंबर को समाधान दिवस के दौरान कानूनगो श्यामलाल को पांच हजार रुपये घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। थाना समाधान दिवस में तहसीलदार भानु प्रताप की अध्यक्षता में फरियादियों की शिकायतें सुनी जा रही थीं। उसमें कानूनगो श्यामलाल भी बैठा था। तभी नौसना गांव के किसान हबीब अहमद ने उसे कॉल कर बाहर बुलाया। श्यामलाल थाने के गेट से बाहर आया तो किसान ने उसे सफेद लिफाफा थमा दिया। लिफाफे में पांच हजार रुपये थे। उसे पकड़ते ही थोड़ी दूर खड़ी एंटी करप्शन टीम ने कानूनगो को दबोच लिया। कानूनगो के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था।