रिपोर्ट-दीप नरायन प्रजापति
जौनपुर। कौन कहता है कि आसमां में सुराग नहीं हो सकता, तबियत से एक पत्थर तो उछालो यारो दुष्यंत कुमार की इस पंक्ति को वर्षा यादव नामक एक होनहार बाला ने चरितार्थ कर दिया, क्योंकि एक दो नहीं, बल्कि एक साथ तीन जगह वर्षा का चयन हो गया। नगर के मोहल्ला नखास निवासी हरिशंकर यादव की पुत्री वर्षा ने एक साथ 3 जगह अपने को चयनित कराकर परिवार व क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे जनपद का नाम रोशन कर दिया। वर्षा के पिता हरिशंकर यादव दीवानी न्यायालय में अधिवक्ता तथा माता उमा यादव गृहणी हैं।