शादी से दोनों परिवार के लोग खुश, विदेशी दुल्हनिया को देखने को उमड़ी भीड़
आजमगढ़। आजमगढ़ के तरवा ब्लॉक के लालमऊ गांव निवासी एक इंजीनियर युवक ने सात समुंदर पार से डॉक्टर दुल्हनिया लेकर आया है। ताइवान से आई युवती के साथ उसने हिंदू रीति-रिवाज से शादी रचाई। शादी की सभी रस्में वाराणसी में गुरुवार को हुईं। लालमऊ गांव निवासी संतोष यादव पुत्र अंगद यादव बीएचयू से एमएससी करने के बाद आईआईटी कानपुर से एमटेक किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह ताइवान में एक प्रतिष्ठित कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। वहां उनकी मुलाकात एक अस्पताल की डॉ. नोरा पुत्री जौलीन (एमडी, चाइल्ड स्पेशलिस्ट) से हुई। धीरे-धीरे मुलाकात मोहब्बत में बदल गई। दोनों एक शहर में काम करने के साथ ही जीवन भी साथ निभाने का फैसला किया।
दोनों के परिवार की रजामंदी से सरकारी कार्रवाई पूरी करने के बाद एक साथ ताइवान से चार दिसंम्बर को भारत आ गए। विदेशी दुल्हन के परिजन संतोष के घर तिलक समारोह में शामिल हुए। उसके बाद सात दिसंबर को वाराणसी के एक लान में हिंदू रीति-रिवाज से संतोष और डॉ. नोरा परिणय सूत्र में बंध गए। शादी से दोनों परिवार के लोग खुश हैं। क्षेत्र के लोगों में इस शादी की खूब चर्चा है।
लालमऊ गांव में किसान के घर विदेशी बहू आने की सूचना से लोग पहुंचने लगे। वाराणसी में शादी समारोह में भी दुल्हन को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। संतोष के गले में डॉ. नोरा ने वरमाला डाली तो आसपास के लोग विदेशी दुल्हन को देखते रह गए। बैंड-बाजे के साथ बारात निकली तो विदेशी दुल्हन खुद को नाचने से नहीं रोक पाई। बारातियों के साथ विदेशी दुल्हन का पूरा परिवार डांस करता रहा।