तलाश में लगी पुलिस टीमें, इनाम भी होगा घोषित
अलीगढ़। अलीगढ़ महानगर के ऊपरकोट कोतवाली के मुंशियाने में 8 दिसंबर दोपहर हुए गोलीकांड के आरोपी दरोगा का अभी कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस की दो टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। एक टीम का फोकस आगरा और दूसरी का गाजियाबाद-मेरठ में है। इधर, 11 दिसंबर को न्यायालय ने दरोगा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। अब अगर जल्द दरोगा नहीं पकड़ा गया तो पुलिस स्तर से इनाम घोषित किया जाएगा।
ये हुई घटना-8 दिसंबर दोपहर करीब पौने तीन बजे तुर्कमान गेट चौकी क्षेत्र के हड्डी गोदाम इलाके की 55 वर्षीय इशरत निगार अपने बेटे ईशान संग कोतवाली गई थीं। तभी वहां भुजपुरा चौकी के प्रभारी दरोगा मनोज शर्मा को मुंशी ने मालखाने से उनकी सर्विस पिस्टल निकालकर दी। दरोगा वहीं खड़े-खड़े पिस्टल को चेक करने लगे और फायर कर दिया। जिससे गोली दरवाजे की ओर खड़ी महिला की कनपटी के पास लगी। घटना के बाद जमकर हंगामा हुआ। इस बीच दरोगा मौका पाकर भागने में सफल रहा। हंगामे और दरोगा पर लगे आरोपों के चलते पुलिस ने बेटे की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया।
घटना के बाद से पुलिस की टीमें लगातार दरोगा की तलाश में जुटी है। दरोगा की मेरठ में रह रही पत्नी व बेटी भी गायब हैं। कई रिश्तेदार पुलिस ने दबाव बनाने के लिए हिरासत में ले रखे हैं। इधर, आरोपी दरोगा की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, बागपत व हापुड़ आदि में दबिश दे रही हैं। सीओ प्रथम अभय पांडेय के अनुसार न्यायालय ने दरोगा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। अब अगर जल्द दरोगा नहीं पकड़ा गया या हाजिर हुआ, तो इनाम घोषित करने की प्रक्रिया की जाएगी। सीओ के अनुसार दो टीमें आगरा व मेठर-गाजियाबाद में लगातार दरोगा को तलाश रही हैं। उम्मीद है कि जल्द सफलता हाथ लगेगी।