रिपोर्ट-संजीव राय
मऊ। शास्त्रीय एवं लोक संगीत की पृष्ठभूमि में उत्तर प्रदेश के सभी अंचलों में ऐसे कलाकारों की पहचान कर उन्हें उनकी योग्यता अनुसार मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित एवं समृद्ध करने के उद्देश्य से संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा उत्तर प्रदेश पर्व हमारी संस्कृति हमारी पहचान के अंतर्गत संस्कृति उत्सव 2023 की शुरुआत की गई है। इस उत्सव में जनपद के कलाकार अपनी योग्यता के विभिन्न कलाओ में 05 जनवरी, 2024 को गायन क्षेत्र में शास्त्री गायन, ख्याल, ध्रुपद, उप शास्त्रीय गायन, ठुमरी, दादरा, चैती, चैता, झूला हो, टप्पा, लोक गायन कजरी, चैती, झूला, बिरहा, आल्हा, निर्गुण, लोकगीत, कव्वाली आदि सुगम संगीत गीत गजल, भजन, देशभक्ति गीत एवं अन्य वादन में स्वर वाद्य सुषीर वाद्य बांसुरी, शहनाई, हारमोनियम तंतु वाद्य सितार, वायलिन, गिटार सारंगी, वीणा वादन आदि ताल वाद्य तबला, पखावज, दक्षिणी भारतीय मृद्गम, घाटम आदि डफला, नगाड़ा, दुक्कड़, मॉडल, शहनाई, ढोल ताशा, ढोलक, नाल, चिमटा, हुड़का, सिंघा आदि नृत्य में कत्थक भरतनाट्यम, ओडिसी, मोहिनीअट्टम तथा अन्य शास्त्री नृत्य, लोक नृत्य में धोबिया, अहिरवा, करमा, शैला, डोमकच, आखेट नृत्य तथा अन्य जातीय नृत्य आदि, लोकनाट्य में नौटंकी, रामलीला, रासलीला, स्वांग, भगत, बहुरूपिया, नुक्कड़, नाटक आदि में योग्यता रखने वाले कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर जनपद स्तर से चयन होने के उपरांत मंडल स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर सकते है। इस कार्यक्रम का आयोजन कम्युनिटी हॉल नगर पालिका परिषद मऊ में 5 जनवरी 2024 को किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों को 4 जनवरी 2024 को सांय 5 बजे तक जिला सूचना कार्यालय, विकास भवन जनपद मऊ में आवेदन प्रस्तुत करना होगा।