देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखना हम सभी का नैतिक कर्तव्य-मोहम्मद नोमान, प्रबन्धक
आजमगढ़। आज 26 जनवरी को रानी की सराय स्थित आजमगढ़ पब्लिक स्कूल के प्रांगण में 75वें गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस पावन पर्व पर विद्यालय के प्रबंधक मोहम्मद नोमान एवं स्कूल प्रधानाचार्या रूपल पांड्या एवं उप प्रधानाचार्या रूना खान ने राष्ट्रीय झण्डे का ध्वजारोहण किया। तत्पश्चात राष्ट्रीय गान गाया गया एवं स्काउट गाइड के छात्रों के द्वारा मार्च पास्ट करते हुए झंडे को सलामी दी गई। गणतंत्र दिवस का आरंभ अनेक प्रकार की प्रतियोगिता के साथ हुआ, जिसमें कविता गायन, निबंध लेखन, पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। स्कूल के छात्रों ने पोस्टर बनाकर प्रभात फेरी एवं नारे के द्वारा गणतंत्र दिवस की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की। छात्रों के ज्ञान, योग्यता एवं कौशल का मूल्यांकन करने के लिए एक विशेष प्रकार के सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, इसमें सभी छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके उपरांत विद्यालय के छात्रों द्वारा भाषण के माध्यम से अंग्रेजी, हिन्दी और उर्दू में गणतंत्र दिवस के महत्त्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक मोहम्मद नोमान ने अपने वक्तव्य में कहा कि अपने देश की एकता और अखण्डता को बनाए रखना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। स्वतंत्रता संग्राम में शहीद हुए सेनानियों को स्मरण कर, देश एवं राष्ट्र के विकास में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान प्रदान करना चाहिए।
तत्पश्चात विद्यालय की प्रधानाचार्या रूपल पांड्या ने अपने वक्तव्य में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश विश्व में एक अनुपम पहचान रखने वाला है। हमें महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए, देश ऋणि है उन क्रान्तिकारी वीरों का जिन्होंने गुलामी की जंजीर से देश को मुक्त कराने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया, हमारा राष्ट्रीय ध्वज भी त्याग, बलिदान एवं शौर्य का प्रतीक है। स्कूल की उपप्रधानाचार्या रूना खान ने भी सभी को गणतंत्रदिवस की शुभकामनायें दी। अंत में छात्र-छात्राओं को मिष्ठान वितरित किया गया, इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षिका एवं शिक्षक तथा समस्त कर्मचारी गण उपस्थित रहे।