गिरोह में शामिल होकर घटनाओं को अंजाम देती थी लड़की
लखनऊ। लखनऊ में पर्स और मोबाइल लूट करने वाले गिरोह का सरगना प्रेमिका के शौक को पूरा करने के लिए लुटेरा बना। प्रेमिका उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी तो उसे भी अपने गिरोह में शामिल किया। वह लूटे गई चेन छिपाने और फिर उन्हें बेचने में साथ देने लगी। तीन घटनाओं में इनके शामिल होने की पुष्टि हुई है। ये घटनाएं सीसी कैमरे में कैद हो गई थी। गोमती नगर पुलिस ने सरगना शिवम और उसकी प्रेमिका खुशी खातून व साथी हिमांशु यादव को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया है। शिवम किराए के मकान में रहता है। उसका सत्यापन न कराने पर पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। यह गिरोह इससे पहले एक महीने तक गाजीपुर में सक्रिय रहा था।
गाजीपुर भांवरकोल निवासी शिवम राय की दोस्ती खुशी खातून से थी। प्रेमिका के महंगे शौक पूरे करने के लिए शिवम ने दोस्त हिमांशु के साथ मिल कर गाजीपुर में लूट करता था। आरोपियों के खिलाफ गाजीपुर के नन्दगंज और भांवरकोल कोतवाली में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि खुशी खातून शिवम के साथ लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगी थी। खुशी के पिता ने भांवरकोल कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। गाजीपुर पुलिस ने खुशी को तलाश कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था। जहां खुशी ने प्रेमी शिवम राय के साथ रहने की बात कही।
केस दर्ज होने पर शिवम, खुशी और हिमांशु गाजीपुर से लखनऊ आ गए थे। विनयखंड में शिवम ने प्रभात के घर कमरा किराए पर लिया था। डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया बिना सत्यापन के मकान किराए पर देने वाले प्रभात पर भी कार्रवाई की जाएगी। एडीसीपी पूर्वी सै. अली अब्बास ने बताया कि 11 जनवरी को विरामखंड में भूमिका गुप्ता और विनयखंड में आशुतोष गोविंद से मोबाइल लूटा गया था। 14 जनवरी को मेया हॉस्पिटल के पास रंजना वर्मा से पर्स खुशी खातून ने प्रेमी संग लूटा था। तीनों वारदातों में गाजीपुर नम्बर की अपॉचे बाइक दिखी थी। टोल प्लाजा के फुटेज खंगाले गए। जिसमें भी लुटेरों की बाइक नजर आई थी।