अधिशासी अधिकारी के दोहरेपन रवैया से व्यापारियों में आक्रोश
अधिशासी अधिकारी ने थानाध्यक्ष पर थोपा मामला
रिपोर्ट-शिव शंकर
आजमगढ़। अपनो पे करम, गैरों पर सितम वाली कहावत अतरौलिया नगर पंचायत द्वारा चरितार्थ की जा रही है। बता दें कि जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज के आदेश पर नगर पंचायत अतरौलिया में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी प्रस्तावित है, जिसके क्रम में 16 जनवरी को थानाध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी की उपस्थिति में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कुल 20 दुकानें खुली पाई गयीं, जिस पर अतरौलिया नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई न करते हुए सिर्फ चेतावनी देेकर उनको छोड़ दिया गया।
वहीं दूसरी तरफ इसी औचक निरीक्षण में ही कुछ दुकानों से 8 किलो पॉलिथीन जप्त करते हुए उनपर 25 हजार रूपये का जुर्माना लगते हुए अधिशासी अधिकारी द्वारा जुर्माना वसूल किये जाने हेतु नोटिस निर्गत करने के लिए आदेशित दिया। बाजार में अधिशासी अधिकारी के पक्षपात रवैया की चर्चा जोरों पर हैं। लोगों का कहना है कि जिन दुकानों पर श्रमिक कार्य करते हैं अगर बंदी के दिन श्रमिक सहित उनको अधिशासी अधिकारी द्वारा पकड़ करके चेतावनी देते हुए छोड़ दिए तो पॉलिथीन प्राप्त किए छोटे दुकानदारों को भी चेतावनी देकर छोड़ देना चाहिए। एक पर रहम दूसरे पर सितम यह कहां का न्याय है, वहीं दूसरी तरफ नगर पंचायत अपना बचाव करते हुए चेतावनी दे कर छोड़ने वाली बात अतरौलिया थानाध्यक्ष पर थोप दिया। इस संबंध में जब अतरौलिया थानाध्यक्ष सुवेन्द्र राय से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जुर्माना लगाना व छोड़ना यह जिम्मेदारी अतरौलिया अधिशासी अधिकारी की होती है। पक्षपात रवैया को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।