अतरौलिया के पूर्व ब्लाक प्रमुख के 20वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए पूर्व मंत्री
आजमगढ़। अतरौलिया के पूर्व ब्लाक प्रमुख माया प्रसाद यादव के 20वी पुण्यतिथि पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव बलराम यादव, स्व. माया प्रसाद यादव के पुत्र अतरौलिया ब्लाक प्रमुख चन्द्र शेखर यादव ने अतरौलिया ब्लाक परिसर में लगी आदमकद कांस्य प्रतिमा पर माल्यर्पण किया। तत्पश्चात कार्यालय में 20वी स्मृति दिवश समारोह को पर अपने बचपन सखा स्व0 माया प्रसाद यादव को याद करते हुए सपा महासचिव बलराम यादव ने कहा कि माया प्रसाद यादव हम लोगों के बीच में नहीं है मगर उनकी नीतियां व रीतियां व बिचार आज भी हम लोगों के मार्गदर्शन का काम करती हैं, माया प्रसाद यादव कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा थे। उन्होंने कहा की माया जी का पूरा जीवन सपा को समर्पित था उन्होंने पूरे जीवन में कभी भी अपने वसूलो से समझौता नहीं किया, उनकी कमी को आज भी हमलोग महसूस करते है। काफी भावुक होते हुए बलराम यादव ने कहा की आज माया यादव के बिना समाजवादी लोग अकेला महसूस करते है। माया प्रसाद ने पूरे जीवन काल में कभी राजनीति को हथियार नहीं बनाया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा की यह लोग भगवान राम का सौदा कर रहे है उनका व्यापार कर रहे है। भगवान राम तो एक आस्था है कौन भगवान राम में आस्था नहीं रखता। क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर संग्राम यादव ने कहा कि माया प्रसाद यादव की उंगली पड़कर राजनीति सीखी है। उन्होंने कहा कि 2024 में पूरे उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा, मैं सीट शेयरिंग कमेटी का मेंबर हूं जल्द ही इंडिया गठबंधन से अच्छी न्यूज़ आने वाली है। अतरौलिया के पूर्व ब्लाक प्रमुख व् माया प्रसाद के पुत्र चन्द्र शेखर यादव ने कहा की मेरे पिता जी ने हमेशा हम लोगो से कहा करते थे की राजनितिक जीवन में जनता के सुख को अपना सुख दुःख को अपना दुःख समझना, कभी भी इन लोगो से झूठे वादे मत करना। उन्होंने कहा की मुझे हमेशा इस बात का दुःख है की पिता जी का साथ मुझे बहुत अल्प समय के लिए ही मिला। पिता जी के बताये रास्ते पर मैं चल सकू यही मेरी उनको सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। इस मौके पर विधायक त्रिभुवन दत्त, पाण्डेय, सुभाष चन्द्र जायसवाल, बृजलाल सोनकर, जगदीश पांडेय, शीतला निषाद, उदय राज यादव, नागेंद्र नाथ यादव, चन्द्रजीत यादव, राधेश्याम यादव, कमला यादव, देवी लाल, देवेंद्र यादव, राम पलट गुप्ता, केके यादव, कन्हैया गौड़ सहित आदि लोग थे। कार्यक्रम का संचालन जय प्रकाश यादव ने किया।