बिना दूल्हे सैकड़ों दुल्हनों की शादी में बड़ा एक्शन
बलिया। बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में बिना दुल्हों के ही सैकड़ों दुल्हनों की शादी के 'खेल' में समाज कल्याण विभाग के दो एडीओ, विभाग के ही एक लिपिक व 12 बिचौलियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गुरुवार को पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया। बुधवार रात कई स्थानों पर छापेमारी में सारे आरोपी पकड़े गए। मामले में आरोपी एडीओ सुनील यादव को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। एक अन्य आरोपी एडीओ भानु प्रताप के निलंबन की संस्तुति भेज दी गई है।
मनियर इंटर कॉलेज के मैदान में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ। इसमें 568 जोड़ों की शादी का दावा समाज कल्याण विभाग ने किया। अगले दिन एक वीडियो वायरल हुआ, इसमें बिना दूल्हों के ही शादी होती दिखी। तमाम कन्याएं खुद से ही अपने गले में जयमाल डालती दिखाई पड़ी थीं। कुछ प्रधानों ने भी फर्जीवाड़े की शिकायत की। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। दो दिनों की जांच में करीब 245 शादियां फर्जी मिलीं। इसके बाद कार्रवाई का दौर शुरू हुआ।
पुलिस ने बांसडीह, बेरुआरबारी व रेवती ब्लॉक के एडीओ (समाज कल्याण) भानु प्रताप, मनियर ब्लॉक के एडीओ (समाज कल्याण) सुनील यादव और समाज कल्याण विभाग के पटल सहायक (लिपिक) रवींद्र गुप्ता को पकड़ा। भानु प्रताप उससा (पकड़ी), सुनील यादव हल्दीरामपुर (उभांव) व रवींद्र गुप्त मेहनगर (आजमगढ़) में बहवल गांव का निवासी है। शिवरामपट्टी (बांसडीह) के आलोक श्रीवास्तव, धधरौली (रेवती) के दीपक चौहान व गायघाट के मुकेश गुप्त, उदहां (सहतवार) के अर्जुन वर्मा, पकहां के रामजी चौहान, डुमरिया के संतोष यादव व बिनहां के सर्वजीत सिंह, मनियर क्षेत्र में गौरी शाहपुर के अच्छेलाल वर्मा, घाटमपुर के धर्मेन्द्र यादव, मानिकपुर (बिजलीपुर) के गुलाब यादव व उपेंद्र यादव, विक्रमपुर पश्चिम के रामनाथ को पकड़ा गया। इनमें दीपक व मुकेश जनसेवा केंद्र संचालक हैं।
जिलाधिकारी रवींद्र कुमार के अनुसार सामूहिक विवाह में खेल के आरोप में 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जांच के बाद अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। बीडीओ व सचिवों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।