डाक्टर दम्पत्ति और मंदिर के पुजारी को जघन्य तरीके से उतारा था मौत के घाट
एक लाख के इनामी जितेन्द्र मुसहर की क्राइम हिस्ट्री बयां कर रही क्रूरता की कहानी
आजमगढ़। एसटीएफ और जनपद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार एक लाख के इनामी जितेन्द्र मुसहर की क्राइम हिस्ट्री उसके क्रूरता की कहानी को बयां कर रही है। सन् 2014 में तीन महीने में लगातार 8 हत्याओं को अंजाम देकर जितेन्द्र मुसहर ने दहशत फैला दी थी। पुलिस के लिए नासूर बन चुके है एक लाख के इनामी बदमाश जितेन्द्र मुसहर की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली। पुलिस की माने तो जितेन्द्र मुसहर द्वारा अपने साथी के साथ मिलकर जनपद में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी।
बता दें कि जितेन्द्र मुसहर द्वारा 21-03-2014 को थाना क्षेत्र जीयनपुर, कोतवाली अन्तर्गत जीवन ज्योति क्लीनिक के मालिक डा0 विनोद यादव के घर डकैती की घटना के दौरान डा0 विनोद यादव एवं उनकी पत्नी डा0 संगीता यादव की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मात्र 4 दिन बाद ही 25-03-2014 को जितेन्द्र मुसहर द्वारा ग्राम सोहनी थाना क्षेत्र केराकत, जौनपुर में डकैती के दौरान गृह स्वामी अगरतु एवं उनकी पत्नी जुवरा देवी की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बावजूद भी उसकी क्रूरता का क्रम नहीं रूका। पुनः करीब दो माह बाद 21-05-2014 को ग्राम मुलायमनगर, थाना फेफना बलिया में डकैती की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौके पर हत्या कर दिया। इस घटना में 02 महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गयी हैं। इस घटना के ठीक पांच दिन बाद 26-05-2014 को थाना क्षेत्र तरवॉ, जनपद आजमगढ़ में ग्राम तरवॉ कातूसिंह का पुरवा स्थित मन्दिर में डकैती के दौरान पुजारी अनिल शर्मा सहित ग्रामीण सत्यनारायण विश्वकर्मा एवं दीपक सिंह की ईट एवं धारदार हथियार से हत्या कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली।