सीएम योगी के पक्ष में किया बड़ा ऐलान
लखनऊ। मंगलवार को यूपी की 10 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर जोर आजमाइश में जुटी अखिलेश की सपा को तगड़ा झटका लग गया है। ये झटका किसी और न नहीं बल्कि विधायक राजा भैया ने दिया है। 27 फरवरी को होने वाली वोटिंग से एक दिन पहले राजा भैया ने भाजपा और सीएम योगी के पक्ष में बड़ी बात कह दी है। राजा भैया ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के समर्थन का ऐलान कर दिया है। राजा भैया के इस ऐलान के बाद समाजवाद पार्टी में जहां एक ओर हलचल पैदा हो गई तो वहीं भाजपा में जोश दिखाई रहा है। दअसल दो दिन पहले राज्यसभा चुनाव के लिए तीसरे प्रत्याशी के पक्ष में समर्थन करने के लिए अखिलेश यादव ने राजा भैया से मुलाकात की थी। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी राजा भैया से मिले थे। सूत्र बताते हैं राज्यसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर राजा भैया से सीएम योगी की भी बातचीत हो चुकी है। सीएम योगी ने इस दौरान दोनों ही चुनाव में राजा भैया से समर्थन मांगा है।
लोकसभा और राज्यसभा चुनावों की उठापटक के बीच एनडीए ने लखनऊ में मंगलवार को डिनर पार्टी का आयोजन किया है। एनडीए ने इस पार्टी में अपने सभी विधायकों को बुलाया है। इस पार्टी में राजा भैया को भी आमंत्रित किया गया था। लोकभवन में रात आठ बजे होने वाली डिनर पार्टी से पहले ही राजा भैया भाजपा का समर्थन का ऐलान कर दिया। राजा भैया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, वह राज्यसभा चुनाव में भाजपा को वोट करेंगे।
मंगलवार को राज्यसभा के लिए यूपी की 10 सीटों पर चुनाव होने हैं। इसमें से सात सीटों पर भाजपा जीत तय है जबकि दो सीटें सपा के पाले में जाएंगी। ऐसे में एक सीट पर पेंच फंस गया है। जहां एक ओर सपा तीसरी सीट अपने कब्जे में करना चाह रही है तो वहीं भाजपा भी आठवीं सीट को जीते की पूरी जोर आजमाइश में जुटी है। हालांकि सपा ने तीसरी सीट के लिए जो सपने संजोए थे उस पर भाजपा ने पूरी तरह से पानी फेर दिया है। तीसरी सीट को जीतने के लिए सपा ने राजा भैया से समर्थन मांगा था। अखिलेश यादव ने खुद राजा भैया से मुलाकात की थी, लेकिन ऐन वक्त पर राजा भैया को अपने साथ लाकर भाजपा ने सपा का पूरी तरह से गुणा-गणित की बिगाड़ दिया। अखिलेश यादव, भूपेंद्र चौधरी के बाद ओम प्रकाश राजभर ने भी राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले लखनऊ स्थित राजा भैया से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन राजभर ने इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार बताया है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के लिए राजभर वोट मांगने गए थे। लेकिन आधिकारिक तौर पर दोनों की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है।