पूर्व पार्षद सहित छ: लोगों को पुलिस ने पकड़ा
आगरा। आगरा के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में भगवती विहार में शनिवार देर रात दबिश देने गई सिटी एसओजी से भाजपा नेताओं की भिड़ंत हो गई। पुलिस ने पूर्व पार्षद के बेटे से कार सवार लोगों के बारे में पूछा तो विवाद हो गया। एक समूह द्वारा एसओजी टीम पर हमला बोल दिया, जिससे तीन सिपाही घायल हो गए। पुलिस ने भाजपा पार्षद, पूर्व पार्षद सहित छह लोगों को पकड़ लिया। एसओजी प्रभारी ने बलवा, जानलेवा हमला, मारपीट, गाली-गलौज, सरकारी कार्य में बाधा और 7 क्रिमिनल लॉ अमिडमेंट एक्ट के तहत रिपोर्ट लिखाई। घटना के बाद भाजपा नेताओं ने सुलहनामे के प्रयास किए मगर पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक, एसओजी की टीम शनिवार रात करीब साढ़े 10 बजे से जगदीशपुरा इलाके में राहुल नगर के वैगनआर गैंग के सरगना गैंगस्टर जीतू नामक बदमाश की तलाश में गई हुई थी। रात में बदमाश की टोह में ही तीन-चार पुलिसकर्मी वहां टहल रहे थे। वहां पूर्व पार्षद श्यामवीर सिंह का बेटा मोहित अपना कुत्ता टहला रहा था।
पुलिसकर्मियों ने उससे पता पूछा। इसी बीच किसी बात पर उसका विवाद हुआ। उसने तैश में कहा कि वह पूर्व पार्षद का बेटा है। पुलिस कर्मियों ने उसे पुलिस चौकी भेज दिया। जानकारी होने पर पूर्व पार्षद श्यामवीर सिंह अपने समर्थकों के साथ चौकी पर पहुंचे। बेटे को छुड़ाकर ले आए।
एसओजी प्रभारी हरीश कुमार शर्मा का आरोप है कि लौटकर आने के बाद समर्थकों की भीड़ ने टीम पर हमला बोल दिया। उन्होंने अपना परिचय दिया। आईडी कार्ड भी दिखाए। लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। सिपाहियों की पिटाई शुरू कर दी। एक सिपाही की आंख के पास गंभीर चोट आई। सिपाही के 12 टांके आए हैं। भीड़ ने पुलिसकर्मियों को घेर लिया था। कुछ लोगों के पास तमंचे थे। मौके पर फोर्स बुलाया गया। पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद छह पुलिसकर्मियों ने अपना मेडिकल कराया। एसओजी प्रभारी ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने पूर्व पार्षद श्यामवीर सिंह उनके बेटे मोहित, पार्षद रवि करोतिया, विपिन, राजेश, नितिन को कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। मुकदमे में 25-30 अज्ञात हमलावरों का भी जिक्र है। पुलिस उनकी पहचान के प्रयास कर रही है।